
गुना, 17 जून (Udaipur Kiran) । गुड टच-बैड टच जैसे विषयों पर जागरूकता सत्र नियमित रूप से आयोजित किए जाएं और बच्चों को पॉक्सो एक्ट की जानकारी सरल भाषा में दी जाए। यह बात मध्यप्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, भोपाल की सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा ने कही। डॉ. शर्मा मंगलवार को जिला स्तर पर बाल संरक्षण से जुड़े विभिन्न विभागों एवं हितधारकों की समन्वय बैठक ले रहीं थीं।
कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा पॉक्सो एक्ट एवं उससे जुड़ी सजा के प्रावधानों पर आधारित एडवायजरी जारी की गई है, जिसे शिक्षा विभाग विद्यालयों में प्रचारित कर बच्चों को जागरूक करें। डॉ. शर्मा ने बैठक में ड्रॉपआउट बच्चों की स्थिति की जानकारी ली और निर्देशित किया जो बच्चे 30 दिन या अधिक समय से विद्यालय नहीं जा रहे हैं, उनकी सूची श्रम विभाग को उपलब्ध कराई जाए। जिससे नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित हो सके। ढाबों अथवा अन्य प्रतिष्ठानों पर किशोर श्रमिक पाए जाने की स्थिति में तत्काल वैधानिक कार्यवाही की जाए। साथ ही वन स्टॉप सेंटर में महिला आरक्षक की तैनाती सुनिश्चित करने को भी कहा गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सम्मानित
बैठक में कलेक्टर ने बताया कि हाल ही में जिले में बाल विवाह के विरुद्ध महिला एवं बाल विकास तथा पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त कार्यवाही की गई है, जिसमें कुछ मामलों में एफआईआर भी दर्ज की गई है। इस दौरान आंगनवाड़ी केंद्र संचालन में उत्कृष्ट कार्य एवं हितग्राहियों को लाभ पहुंचाने में उल्लेखनीय योगदान हेतु आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती सीता लोधा, प्रीति सेन तथा बाल विवाह रोकथाम में विशेष भूमिका हेतु श्रीमती बसंती चिढ़ार को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
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(Udaipur Kiran) / अभिषेक शर्मा
