
कानपुर, 29 जून (Udaipur Kiran) । चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मानव विकास विभाग में संचालित चार दिवसीय ग्रीष्म कालीन शिविर का समापन पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम के साथ सम्पन्न हुआ। इसके साथ ही बीएससी चतुर्थ सेमेस्टर की छात्राओं ने सामान्य एवं दिव्यांग बच्चों के लिए बनाई गई शैक्षणिक सामग्री की प्रदर्शनी का आयोजन किया। यह जानकारी रविवार को कार्यक्रम प्रभारी डॉ. मुक्ता गर्ग ने दी।
डॉ. मुक्ता गर्ग ने बताया कि इस चार दिवसीय शिविर में डॉ. सुमेधा चौधरी और रेनू के मार्गदर्शन मे छात्राओं ने आयोजित अलग-अलग क्रियाओं में बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। इसके साथ ही संगीत, क्राफ्ट, आर्ट एवं खेलों द्वारा बच्चों को स्वास्थ्य एवं अस्वस्थ भोजन, विभिन्न जलवायु, विज्ञान के तथ्यों आदि की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि बच्चों ने फायरलेस कुकिंग के ज़रिये व्यंजन बनाए तथा उनका आनंद लिया।कहानी एवं नाटक के माध्यम से वन्य जीवो के प्रति प्रेम एवं मानव जीवन में उनके महत्व का ज्ञान दिया गया।
छात्राओं ने डॉ अदिति दत्त के मार्गदर्शन में सामान्य एवं दिव्यांग बच्चों के मानसिक, सामाजिक एवं संज्ञानात्मक विकास के लिए तैयार सामग्री का प्रदर्शन किया। इन सभी क्रियाओं में बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रदर्शनी में मुख्य रूप से ऑटिज्म एवं ब्रेल पद्धति पर शैक्षणिक सामग्री प्रस्तुत की गई। साथ ही संज्ञानात्मक विकास, संवेदनात्मकविकास, सामाजिक विकास एवं आई-हैंड कोऑर्डिनेशन से संबंधित क्रियाओं और मॉडल प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता सामुदायिक विज्ञान संकाय डॉ सीमा सोनकर ने छात्राओं के प्रयासों की प्रशंसा की तथा कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी। बच्चों में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए पक्षियों के लिए परांदा भी लगाए गए। इस कार्यक्रम में उपस्थितजनो, शिक्षिकाओ एवं प्रतिभाग करने वाले बच्चों के परिजनों ने छात्राओं के प्रयासों की सराहना की। इस मौके पर सामुदायिक विज्ञान की शिक्षिकाएं डॉ.ऋतु पाण्डेय,डॉ. एकता शर्मा, डॉ. अर्चना सिंह एवं डॉ. संघमित्रा महापात्रा आदि उपस्थित रही।
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
