
—सेंटर फॉर सनातन रिसर्च का विस्तार, नवनियुक्त पदाधिकारियों को सौंपे गए दायित्व
वाराणसी, 22 जून (Udaipur Kiran) । सेंटर फॉर सनातन रिसर्च, उत्तर प्रदेश ने रविवार को अपने संगठन का विस्तार कर नए पदाधिकारियों को दायित्व भी सौंपा। सिगरा स्थित एक होटल में संस्था के संगठन विस्तार कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक द्विवेदी ’गणेश’ सहित प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों को दायित्व प्रमाण पत्र सौंपा गया।
नवगठित टीम में प्रदेश उपाध्यक्ष अवधेश तिवारी, अग्नि त्रिपाठी, महामंत्री संगठन श्रीश रंजन त्रिपाठी, प्रदेश मंत्री अभिषेक मिश्रा, दिल मोहन तिवारी, मंजू देवी, कोषाध्यक्ष एकनाथ पांडे, प्रवक्ता मीनाक्षी, मीडिया प्रभारी संदीप त्रिपाठी, और सह पदाधिकारी सौरभ पांडे, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराम द्विवेदी, प्रकाश मिश्रा, आशीष, केके द्विवेदी प्रमुख हैं। जबकि संरक्षण मंडल में श्रीकांत मिश्रा (अर्चक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर), कमल किशोर (पुजारी दुर्गाकुंड), महंत राजनाथ तिवारी (शक्तिपीठ विशालाक्षी मंदिर), रोशन गिरी (प्रधान पुजारी काल भैरव), अभय पांडेय (विधि अधिकारी बीएचयू), राजेश पांडेय (जिला अध्यक्ष), अरविंद शुक्ला, डॉ. किरण पांडे, नित्यानंद त्रिपाठी, एवं दिवाकर द्विवेदी को शामिल किया गया।
इस मौके पर सेंटर के प्रबंधक रामकृष्ण पांडेय, केशव प्रसाद सेठ को भी अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया। बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि सनातन धर्म कोई संकीर्ण परिभाषा नहीं, बल्कि यह जीवन जीने की वह शाश्वत शैली है, जो हमें आत्मा, शरीर और मन के संतुलन का विज्ञान सिखाती है। यही भारत की आत्मा है, यही ऋषियों की साधना है और यही वह मूल चेतना है जिसने इस देश को हजारों वर्षों तक विश्वगुरु बनाकर रखा। आयुष मंत्री ने कहा कि 21 जून को विश्व योग दिवस ने पुनः सिद्ध किया है कि दुनिया आज भारत की ओर देख रही है। आयुष मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और विजन की सराहना कर कहा कि आज भारत फिर से अपने अतीत को पहचान रहा है, सहेज रहा है और विश्व को सिखा रहा है। ’विकास’ और ’संस्कार’, दोनों को साथ लेकर चलना ही इस युग का सनातन पथ है।
समापन सत्र में वक्ताओं ने सनातन संस्कृति, वैदिक परम्पराओं तथा धार्मिक जागरूकता के प्रचार-प्रसार पर जोर देते हुए युवा पीढ़ी को इससे जोड़ने का आह्वान किया। कैलाश मठ के पीठाधीश्वर स्वामी आशुतोषानंद ने सनातन के लिए समर्पित सेंटर फॉर सनातन रिसर्च के कार्यों की सराहना की। राष्ट्रीय संरक्षक एवं अध्यक्ष डॉ. रमन त्रिपाठी ने बताया कि इसका उद्देश्य न केवल धर्मस्थलों के बीच समन्वय स्थापित करना है, बल्कि सनातन धर्म के प्रचार और संरक्षण को भी बढ़ावा देना है।
इसके पहले कार्यक्रम की शुरूआत आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ’दयालु’, पूर्व सांसद डॉ. विजय सोनकर शास्त्री, मां विंध्यवासिनी धाम के प्रधान अर्चक अगस्त कुमार द्विवेदी, विशालाक्षी देवी के महंत राजनाथ तिवारी, राष्ट्रीय संयोजक डॉ. रमन त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीराम द्विवेदी ने किया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
