
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज के उत्कृष्ट नेतृत्व व वैज्ञानिकों की मेहनत से मिला पुरस्कारहिसार, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (हौटा) ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को जल संरक्षण के लिए प्रथम पुरस्कार के लिए चुने जाने का स्वागत किया है। हौटा ने इसे कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज का उत्कृष्ट नेतृत्व व विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की मेहनत का परिणाम बताया है।हौटा अध्यक्ष डॉ. अशोक गोदारा एवं अन्य पदाधिकारियों ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से घोषित छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कारों की घोषणा के तहत हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय को जल संरक्षण के लिए प्रथम पुरस्कार के लिए चुने जाने पर प्रसन्नता जताई। पदाधिकारियों ने रविवार काे कहा कि यहां के वैज्ञानिक लगातार किसान हित में कार्य करते हुए उन्हें जल संरक्षण के लिए जागरूक कर रहे हैं। कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज के मार्गदर्शन में जहां वैज्ञानिकों ने फसलों की नई-नई किस्में इजाद करके उत्कृष्ट कार्य किया है वहीं जल संरक्षण जैसे जागरूकता के कार्यों में भी पूरी मेहनत से काम किया है। इसी के चलते केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय की ओर से घोषित छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2024 में एचएयू को प्रथम स्थान के लिए चुना गया है। एचएयू को यह पुरस्कार महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की ओर से 18 नवंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। हौटा अध्यक्ष डॉ. अशोक गोदारा, उप प्रधान डॉ. कृष्ण यादव, सचिव डॉ. राजेश आर्य, सह सचिव डॉ. दिनेश तोमर, खजांची डॉ. कौटिल्य चौधरी के अलावा अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने खरीफ-2024 में प्रदेश भर के किसानों को धान की सीधी बिजाई करने एवं कम अवधि वाली किस्मों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। धान फ़सल की सीधी एवं कम अवधि वाली किस्मों की बिजाई करने से भारी मात्रा में जल की बचत हुई। विश्वविद्यालय के प्रयासों से खरीफ सीजन के दौरान लगभग 1.0 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कपास से धान में स्थानांतरित होने से बचाया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने धान की कम अवधि में पकने वाली एचकेआर-49 व गेहूं की दो पानी व मध्यम खाद में अधिक उपज देने वाली डब्ल्यूएच-1402 किस्में विकसित की गई हैं जिनसे पानी की बचत होगी।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर