
बीकानेर, 8 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । निजी अस्पतालों में मरीज की मृत्यु के बाद बढ़ते हंगामों, चिकित्सकों से दुर्व्यवहार और धरना-प्रदर्शनों के विरोध में बीकानेर के चिकित्सक अब एकजुट हो गए हैं। इसी मुद्दे पर बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), उपचार और एमपीएस संगठनों की संयुक्त बैठक आयुष्मान अस्पताल में आयोजित हुई।
बैठक में गंभीर चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि गुरुवार शाम चार बजे एक विशाल रैली निकाली जाएगी, जिसमें तीनों संगठनों के पदाधिकारी, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, फार्मासिस्ट, लैब संचालक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे। रैली के बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें चिकित्सक अस्पतालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करेंगे।
संगठनों ने कहा कि मरीज की मौत के बाद होने वाले हंगामे और हिंसात्मक घटनाएं अस्पतालों का माहौल बिगाड़ रही हैं। डॉक्टर और स्टाफ भय के साए में काम कर रहे हैं, जिससे उनके कार्य की गुणवत्ता प्रभावित होती है और गंभीर मरीजों के उपचार पर भी नकारात्मक असर पड़ता है। पदाधिकारियों ने कहा कि अस्पताल सेवा का स्थल है, आंदोलन का नहीं। यदि प्रशासन ने इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया तो निजी अस्पतालों को बंद करने का निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में आयुष्मान हार्ट केयर अस्पताल व उसके चिकित्सक डॉ. बी.एल. स्वामी के खिलाफ बुधवार को हुई हिंसात्मक घटना की तीखी निंदा की गई। संगठनों ने कहा कि मेडिकल बोर्ड ने रोगी की मृत्यु के कारणों का खुलासा कर दिया था, उसके बावजूद प्रदर्शन करना गैर जिम्मेदाराना और गैर कानूनी कृत्य है।
बैठक में बीकानेर के प्रमुख अस्पतालों मारवाड़, एमएन, कोठारी, जीवन रक्षा, एपेक्स, बीकानेर हार्ट और आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर के चिकित्सकों ने भाग लिया। सभी ने एकमत से कहा कि अस्पतालों और चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च जिम्मेदारी है।
—————
(Udaipur Kiran) / राजीव
