
गोरखपुर, 30 जून (Udaipur Kiran) । राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने नए चिकित्सकों का आह्वान किया है कि वे उन किसानों, गरीबों को कभी न भूलें जिन्होंने बड़ी संस्थाओं को बनवाने में अपनी जमीन देकर त्याग किया है। संस्थाओं को बनाने में किसका पसीना गिरा है, यह जरूर देखना। गरीब, किसान, महिला जब भी इलाज के लिए आपके दरवाजे पर आए तो हाथ पकड़कर उसकी सेवा करना।
राज्यपाल सोमवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहीं थीं। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु के मुख्य आतिथ्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने कहा कि कोई भी संस्था चाहे वह मरीजों के लिए बने या अन्य लोेगों के लिए, इसमें जमीन देने वालों को कभी नहीं भूलना चाहिए। लेने के साथ देने के भाव के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि एम्स गोरखपुर के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति का आगमन सबके लिए प्रेरक है।
राज्यपाल ने कहा कि आज दीक्षांत समारोह में शामिल अवार्डी बेटियों की संख्या से उन्हें खुशी है। 21वीं सदी महिलाओं की सदी है। कहा कि जहां भी जाती हूं, 100 में 80 बेटियां लाइन में दिखती हैं। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि महिलाओं की शक्ति के बिना देश विकास नहीं कर पाएगा। उन्होंने पदक विजेताओं को बधाई दी और न पाने वालों को सीख देते हुए कहा कि उन्हें दूसरों के लिए अपनी खुशहाली व्यक्त करनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा-ऐसा क्या किया योगी जी ने, मुस्कुराने लगीं राष्ट्रपति
अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सीएम योगी को लेकर ऐसी बात बोल दी कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु भी मुस्कुराने लगीं। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु ने आज से दो दिन का समय विशेष ताैर पर गोरखपुर के लिए अलॉट कर दिया है। समझ नहीं आता कि ऐसा क्या किया योगी जी ने। यह सुनते ही राष्ट्रपति सहित सभी लोग हंसने-मुस्कुराने लगे।
दीक्षांत समारोह में स्वागत संबोधन एम्स गोरखपुर के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा और एम्स की प्रगति रिपोर्ट का प्रस्तुतीकरण कार्यकारी निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता ने किया। इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल समेत कई जनप्रतिनिधि, एम्स गवर्निंग बॉडी के सदस्यगण, फैकल्टी मेंबर और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
