
मुरादाबाद, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय प्रबंध कार्यकारिणी सदस्य डॉ राजकमल गुप्ता ने रविवार को दीपावली के पावन पर्व पर कहा कि दीपावली सबसे अधिक मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों में से एक है, जो हर साल अक्टूबर/नवंबर के महीने में मनाया जाता है। दीपावली का पर्व यह दर्शाता है कि कैसे ज्ञान और पुण्य हमेशा बुराई पर विजय प्राप्त करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि दिपावली मनाने के पीछे अलग-अलग कथाएं हैं, जो महत्व बताती हैं। इनमें एक महत्वपूर्ण कथा दिवाली के आध्यात्मिक महत्व से संबंधित है। इस कथा के अनुसार, दिपावली लंका के राक्षस राजा रावण को हराने के बाद सीता और लक्ष्मण के साथ भगवान राम की अयोध्या वापसी का उत्सव है। लोगों ने बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने और भगवान राम का स्वागत करने के लिए मिट्टी के दीपक जलाए।
डा. राजकमल गुप्ता ने कहा कि दीपावली, जिसे प्रकाशोत्सव के नाम से भी जाना जाता है। यह पांच दिवसीय उत्सव है। यह बुराई पर अच्छाई और अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है। कार्तिक अमावस्या के दिन, महीने की सबसे अंधेरी रात को मनाया जाने वाला रोशनी का त्योहार अंधकार पर प्रकाश की विजय को प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है।
आध्यात्मिक दृष्टि से दीपावली आत्मचिंतन और नवीनीकरण का समय माना जाता है, जहां लोग आंतरिक अंधकार और अज्ञानता पर विजय पाने का प्रयास करते हैं, जिसका प्रतीक अंधकार पर प्रकाश की विजय है।
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(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल