
नैनीताल, 29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आगामी 3 व 4 नवंबर को नैनीताल के दो दिवसीय जनपद भ्रमण एवं प्रवास पर रहेंगी। उनके प्रवास को सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने मंगलवार को जिला सभागार कक्ष नैनीताल में विभागीय अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की।
जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा जनपद के लिए गौरव का अवसर है, अतः सभी अधिकारी समन्वय और जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें तथा व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करें।
उन्होंने जल संस्थान को पेयजल की उच्च गुणवत्ता वाली व्यवस्था, विद्युत विभाग को अबाध विद्युत आपूर्ति, नगर पालिका को नगर में साफ-सफाई, पथ प्रकाश व्यवस्था और सौंदर्यीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
साथ ही लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को सड़क मार्गों से अवरोधक सामग्री हटाने और राष्ट्रपति के यात्रा मार्ग के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने को कहा। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कार्यक्रम स्थलों पर एम्बुलेंस, चिकित्सक दल, कार्डियोलॉजिस्ट और फिजिशियन सहित आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी को खान-पान की गुणवत्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई, जबकि भारत दूरसंचार विभाग को संचार व्यवस्था सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए गए। बैठक में अपर जिलाधिकारी विवेक राय, शैलेंद्र नेगी, नगर क्षेत्राधिकारी, संभागीय परिवहन अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग पर शुरू हुआ रंगरोगन, लेकिन नहीं भर पाये गड्ढे
मुख्यमंत्री एवं जिलाधिकारी के कड़े निर्देशों के बावजूद नैनीताल-हल्द्वानी राजमार्ग 109-ई के गड्ढे तय समयसीमा 30 अक्टूबर से एक दिन पहले तक नहीं भर पाये हैं। जहां गड्ढे भरे भी गये हैं वहां किये गये डामर को ठीक से दबाया नहीं गया है और बीच-बीच में उधड़ी सड़क को यथावत छोड़ दिया गया है।
अभी भी नगर के तल्लीताल से हनुमानगढ़ी से आगे मंदिर तक और रूसी बाइपास से नैना गांव के हनुमान मंदिर तक सड़क की स्थिति बेहद खराब है। वहीं राष्ट्रपति के आगमन के दृष्टिगत मार्ग पर कई दलों के माध्यम से सड़क किनारे पैरापिटों में तेजी से रंग-रोगन का कार्य किया जा रहा है। जिला मुख्यालय में भी राजभवन मार्ग पर सड़क किनारे चूना पोता जा रहा है, लेकिन माल रोड पर भी कइ्र जगह गड्ढे बने हुए हैं और सीवर के ढक्कन अत्यधिक दबे हुए हैं और दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
