
जलपाईगुड़ी, 20 जून (Udaipur Kiran) । जिला प्रशासन ने बरसात के मौसम में पहाड़ी क्षेत्र में स्थित मूर्ति नदी में किसी के स्नान या तैराकी पर रोक लगाते हुए जागरूकता बोर्ड लगा दिए है।
उल्लेखनीय है कि पिछले गुरुवार को डायना नदी में नहाने के दौरान एक स्कूली छात्र और एक कॉलेज छात्र डूब गए थे। इसके बाद सोमवार को नेओरा नदी में नहाने के दौरान एक युवक डूब गया था। हालांकि उसकी जान बच गई। बताया जा है कि जिला प्रशासन की यह पहल उस घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए है।
इससे पहले वन विभाग, पुलिस और वन सुरक्षा समिति के सदस्यों ने संयुक्त रूप से मूर्ति नदी में नहाने से रोकने के लिए अभियान चलाया था। नदी में नहाने वालों को नदी से हटाया भी गया था। इसके बाद भी कई लोग मूर्ति नदी में नहाते हुए पाया गया।
दरअसल, जब भी पहाड़ी क्षेत्र में बारिश होती है, मूर्ति नदी का जलस्तर भी बढ़ जाता है। जिससे मूर्ति नदी में नहाते समय कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहता है। मूर्ति नदी में हर दिन कई पर्यटक और स्थानीय लोग आते है। पर्यटक और स्थानीय लोग नदी में उतरने के बाद नियमित रूप से स्नान भी करते हैं, लेकिन अब से जिला प्रशासन ने मूर्ति नदी में कोई भी प्रवेश न करे या तैरने न पाए, इसके लिए जागरूकता बोर्ड लगा दिया है।
इस संबंध में मूर्ति क्षेत्र के पर्यावरणविद् सबुल हक ने कहा कि जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना करता हूं। बारिश के मौसम में मूर्ति नदी में प्रवेश न करना ही बेहतर है। जब पहाड़ों में बारिश होती है, तो मूर्ति नदी का जल स्तर अचानक बहुत बढ़ जाता है। जिससे नदी में स्नान करने से डूबने से दुर्घटना का आशंका बना रहता है। उन्होंने आगे कहा कि पर्यटक और स्थानीय लोग मूर्ति जरुरु आये, लेकिन इस मौसम में कोई भी नदी में प्रवेश न करे।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार
