Jharkhand

जयंति पर धूमिल के साहित्यिक योगदान पर परिचर्चा

परिचर्चा में शामिल लोग

रामगढ़, 10 नवंबर (Udaipur Kiran) । राधा गोविंद विश्वविद्यालय में सोमवार को हिंदी विभाग ने प्रख्यात प्रगतिशील कवि सुदामा पाण्डेय धूमिल की जयंती मनाई गई‌। इस अवसर पर विभाग में धूमिल का साहित्यिक अवदान विषय पर परिचर्चा हुई।

कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने धूमिल की प्रतिनिधि कविताओं का पाठ किया। उनकी कविता में निहित जन-चेतना, राजनीतिक दृष्टि और सामाजिक यथार्थ पर विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ मनमीत कौर ने की। इस अवसर पर कुलाधिपति बीएन साह ने कहा कि धूमिल की कविता हमें भाषा की सच्चाई और लोकतंत्र की नैतिक जिम्मेदारी की याद दिलाती है। वहीं कुलपति प्रो (डॉ) रश्मि ने कहा कि धूमिल की कविताएं व्यवस्था से सवाल करती हैं। उनका लेखन हमें संवेदनशील, सजग और सच्चे मनुष्य बनने की प्रेरणा देता है। विभागाध्यक्ष डॉ मनमीत कौर ने कहा कि धूमिल की कविता में जो सीधी, साफ़ और निर्भीक भाषा है, वह हमें आत्ममंथन के लिए विवश करती हैं।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश