
कठुआ 22 जुलाई (Udaipur Kiran) । ग्रामीण विकास निदेशक जम्मू शहनाज अख्तर ने मंगलवार को जिले में विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के कार्यान्वयन की व्यापक समीक्षा की और विभाग के समग्र कामकाज का आकलन किया।
बैठक में अधीक्षण अभियंता राजेश अगस्तम, संयुक्त निदेशक प्रशासन अवलीन कौर बाली, सहायक विकास आयुक्त कठुआ अखिल सदोत्रा, उप निदेशक नियोजन रविंदर सिंह, जिला पंचायत अधिकारी कठुआ, खंड विकास अधिकारी और आरईडब्ल्यू विंग के अधिकारी उपस्थित थे। सहायक विकास आयुक्त कठुआ ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी), एसबीएम (जी) के अंतर्गत प्रदर्शन संकेतकों और एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम (आईडब्ल्यूएमपी) तथा राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) के अंतर्गत परियोजनाओं के कार्यान्वयन में हुई प्रगति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।
उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में जिले ने 100 प्रतिशत पीडी लक्ष्य हासिल कर लिया है और चालू वर्ष के लिए निर्धारित 6 लाख पीडी उत्पादन लक्ष्य में से अब तक जिले ने एक लाख लक्ष्य हासिल कर लिया है। इसके अलावा जिले ने पीएमएवाई-जी और एरिया ऑफिसर ऐप के तहत 93 प्रतिशत और 96 प्रतिशत लक्ष्य भी हासिल कर लिया है। विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के अंतर्गत लक्ष्यों की प्राप्ति में प्रखंडों के प्रदर्शन की गहन समीक्षा करते हुए ग्रामीण विकास विभाग की निदेशक ने प्रमुख निष्पादन संकेतकों विशेष रूप से मनरेगा और पीएमएवाई-जी के अंतर्गत गहन निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इन केंद्र प्रायोजित योजनाओं के अंतर्गत परिकल्पित लाभ सभी पात्र लाभार्थियों तक पहुँचें।
उन्होंने गुणवत्तापूर्ण निगरानी और निधियों के इष्टतम उपयोग के साथ विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए निर्धारित समय-सीमा का पालन करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। सुश्री अख्तर ने ग्रामीण विकास और जन-केंद्रित शासन के लक्ष्यों की प्राप्ति में टीम वर्क, पारदर्शिता, जवाबदेही और सहयोगात्मक प्रयासों के महत्व पर भी बल दिया। उन्होंने जन शिकायतों के समय पर निवारण और ग्रामीण चुनौतियों का समाधान करने तथा जमीनी स्तर पर सेवा वितरण में सुधार के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के महत्व पर भी बल दिया।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
