West Bengal

फर्जी थाना चलाने के आरोप में तृणमूल नेता की गिरफ्तारी पर दिलीप घोष ने कहा- बंगाल के लिए दुर्भाग्यपूर्ण

फर्जी पुलिस स्टेशन का खुलासा होने पर दिलीप घोष ने कहा बंगाल के लिए दुर्भाग्यपूर्ण

कोलकाता, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) : नोएडा में फर्जी थाना चलाने के मामले में पूर्व तृणमूल नेता की गिरफ्तारी के बाद भाजपा तृणमूल पर हमलावर है।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह बंगाल के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे लोग यहां की राजनीति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

नोएडा पुलिस ने रविवार को खुलासा किया कि उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा शहर में ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो’ नाम से एक फर्जी थाना संचालित किया जा रहा था, जिसका उद्देश्य लोगों से वसूली करना था। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार लोगों में नलहाटी ब्लॉक नंबर-दो, बीरभूम के पूर्व तृणमूल अध्यक्ष बिभास अधिकारी भी शामिल हैं, जिनका नाम पहले भी पश्चिम बंगाल के प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में सामने आ चुका है। नोएडा पुलिस के अनुसार, आरोपितों ने चार जून को सेक्टर-70 में एक जगह किराए पर ली और कुछ ही दिनों में वहां सेंट्रल फोर्सेस जैसे लोगो और रंगों वाले बोर्ड लगाकर इसे थाना का रूप दे दिया।

दिलीप घोष ने कहा है कि पूरा देश जानता है कि बंगाल के कुछ नेता किस तरह की धोखाधड़ी में लिप्त हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तृणमूल के ऐसे नेता बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

उन्होंने तृणमूल पर मतदाता सूची में धांधली का भी आरोप लगाया। घोष ने कहा कि देगंगा (पश्चिम बंगाल) में बांग्लादेशी नागरिकों को मतदाता सूची में जोड़ा जा रहा है। बांग्लादेश सीमा से लगे आठ से दस जिलों में मतदाताओं की संख्या अचानक 25 से 35 प्रतिशत तक बढ़ गई है। ये सभी बांग्लादेशी मतदाता हैं, जिन्हें तृणमूल नेता और जिला अधिकारी मिलकर पैसे लेकर मतदाता सूची में शामिल कर रहे हैं।

घोष ने मांग की कि इस काम में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें पद से हटाया जाए।

(Udaipur Kiran) / अनिता राय

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