
भोपाल, 04 अगस्त (Udaipur Kiran) । पुलिस गर्ल्स स्कूल और कॉलेजों के आसपास नियमित पेट्रोलिंग सुनिश्चित करें, ताकि छेड़खानी की घटनाऐं न हों। धार्मिक आधार पर बालिकाओं का शोषण न हो, इसके लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए। शैक्षणिक संस्थानों के आसपास अनावश्यक रूप से मौजूद रहने वाले मजनूं किस्म के लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
यह निर्देश पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय से प्रदेश के सभी जोनल एडीजी/आईजी, पुलिस आयुक्त भोपाल, इंदौर तथा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों से वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से महिला सुरक्षा संबंधी कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए।
डीजीपी मकवाना ने कहा कि महिला सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए प्रत्येक गर्ल्स होस्टल और वर्किंग वुमन होस्टल से समन्वय के लिए बीट अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाऐं। किसी भी प्रारंभिक शिकायत को गंभीरता से लेकर त्वरित कार्रवाई करें।
डीजीपी ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि जिस जोश और समर्पण के साथ “नशे से दूरी है जरूरी” जागरूकता अभियान संचालित किया गया, उसी तरह ड्रग माफियाओं के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ड्रग्स के हॉट स्पॉट और संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर सुनियोजित तरीके से अभियान चलाकर ड्रग माफिया के नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त किया जाए।
उन्होंने अवयस्क बालिकाओं की गुमशुदगी के मामलों में संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई कर उन्हें शीघ्र बरामद करने के निर्देश भी दिए। आवेदकों की समस्याओं का समाधान उनकी संतुष्टि के अनुसार किया जाए। डीजीपी ने अधिकारियों को अपने अधीनस्थ स्टाफ की समीक्षा करने तथा अतिरिक्त या अटैच स्टाफ को उनकी मूल पदस्थापना/ पुलिस थानों में वापस भेजने के निर्देश दिए। साथ ही सभी कर्मचारियों का नियमानुसार रोटेशन सुनिश्चित करने को कहा। विशेष रूप से उन वाहन चालकों का रोटेशन किया जाए, जो लंबे समय से एक ही अधिकारी के साथ या थानों पर कार्यरत हैं।
बैठक के दौरान विशेष पुलिस महानिदेशक महिला सुरक्षा एवं लेखा और कल्याण शाखा अनिल कुमार ने ऑपरेशन मुस्कान, ऑपरेशन हेल्पिंग हैंड तथा महिला अपराधों से संबंधित विवेचना की कमियों, सुधार, डीएसआर की समीक्षा भी की और फील्ड अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा
