
धमतरी, 4 अगस्त (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ में सावन माह के आज चौथे सोमवार को शिव मंदिरों में श्रद्धा व भक्ति की अविरल धारा उमड़ने लगी। लोगों ने भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर परिवार की खुशहाली व जनकल्याण की कामना की। मंदिरों में भजन कीर्तन हुआ। शिवभजनों पर शिवभक्त झूमते हुए नजर आए।
सावन सोमवार में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। सावन का महीना शिवभक्तों के लिए बहुत ही विशेष होता है। इस माह में भगवान शिव की आराधना करने पर सबसे ज्यादा शुभ फल की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि सावन में अलग-अलग मनोकामनाओं की पूर्ति के उपाय किए जाते हैं। इस दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक और शिवलिंग का श्रृंगार किया जाता है। सावन माह के चौथे सोमवार के दिन वर्षा नहीं हुई। बोल बम कांवरियां कल्याण संघ के माध्यम से कांवर यात्रा निकाली गई। रूद्री महानदी में जल लेने के लिए सुबह से ही श्रद्धालु पहुंच गए थे। स्नान पश्चात महानदी की आरती कर कांवर में जल लेकर कांवड़िए गंतव्य के लिए निकल पड़े। मुख्य मार्गों से होते हुए विंध्यवासिनी मंदिर पहुंचे। यहां से बोलबम का नारा लगाते हुए घड़ी चौक पहुंचे। इसके बाद कांवड़िए नागेश्वर मंदिर, बटुकेश्वर मंदिर मे जल चढ़ाते हुए अंत में बूढ़ेश्वर मंदिर पहुंचे। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं सभी भोले की भक्ति में डूबे नजर आए। शहर भ्रमण करते हुए पहुंचे। कांवरियों का नागेश्वर महादेव मंदिर में स्वागत किया गया। प्रसादी के रूप में दूध, केले का वितरण किया गया। इस अवसर पर काफी संख्या में शिवभक्त उपस्थित थे।
भोलेनाथ करते है मनोकामना पूर्ण
पंडित राजकुमार तिवारी का कहना है कि भोलेनाथ सच्चे मन से की गई मनोकामना पूर्ण करते हैं। सावन सोमवार के दिन कुछ उपाय बहुत ही उपयोगी होते हैं। सावन के महीने में भगवान शिव बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की मनोकामनाओं का पूरी करते हैं। भगवान भोले भंडारी को मात्र एक लोटा जल चढ़ाने से प्रसन्न किया जा सकता है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
