कटरा, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
त्योहारों के मौसम की चहल-पहल के बीच इस बार माता वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा में एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है। आमतौर पर भीड़-भाड़ से भरे रहने वाले कटरा आधार शिविर और यात्रा मार्ग पर इस समय अपेक्षाकृत सन्नाटा है।
दिवाली और अन्य त्योहारों की व्यस्तता के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है जिससे न सिर्फ कटरा की चहल-पहल कम हो रही है बल्कि वैष्णो देवी भवन तक की यात्रा भी पहले से ज्यादा आरामदायक हो गई है।
शुक्रवार को मौसम ने भी श्रद्धालुओं का साथ दिया। तेज धूप और हल्की सर्द हवाओं के साथ यात्रा और भी आसान और सुहावनी रही। इस दौरान श्रद्धालुओं को माता के दरबार में बिना लंबा इंतजार किए दर्शन करने का अवसर मिला।
इस दौरान पंजीकरण काउंटरों पर भी कोई खास भीड़ नहीं दिखी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 9 अक्टूबर को लगभग 7,800 श्रद्धालु तीर्थयात्रा पर पहुंचे। शुक्रवार शाम 4 बजे तक लगभग 4,600 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराकर तीर्थयात्रा शुरू कर दी थी।
यानी कुल मिलाकर लगभग 8,000 से 10,000 तीर्थयात्री प्रतिदिन तीर्थयात्रा कर रहे हैं, जो सामान्य से कम है। तीर्थयात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की भीड़ कम होने से उन्हें न केवल मां वैष्णो देवी के मंदिर में सुगम दर्शन का लाभ मिल रहा है बल्कि वे अर्धकंवारी स्थित गर्भजून गुफा के भी दर्शन कर रहे हैं। यह गुफा आमतौर पर भारी भीड़ के कारण बंद रहती है या सीमित दर्शन होते हैं।
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं, बैटरी कार और केबल कार सेवाएं सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
दूसरी ओर भीड़ कम होने के कारण इन सेवाओं का बखूबी इस्तेमाल हो रहा है और तीर्थयात्री आसानी से इनकी बुकिंग करा सकते हैं। इस संबंध में कटरा और आसपास के व्यापारियों का कहना है कि मौजूदा शांति अस्थायी है। दिवाली के आसपास की छुट्टियों के कारण यात्रा फिर से बढ़ सकती है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। कई होटल, गेस्टहाउस और दुकानदार अभी धीमा कारोबार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि नवंबर के पहले हफ्ते से कारोबार सामान्य हो जाएगा।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
