
जौनपुर ,07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के जफराबाद क्षेत्र अंतर्गत श्री दया नारायण लीला समिति के तत्वावधान में कबुलपुर बाजार में चल रही रामलीला में सोमवार की रात में कलाकारों ने सीता मैया लवकुश कांड का दृश्य का मंचन किया गया। समिति के कलाकारों द्वारा दिखाया गया। जब भगवान राम के आदेश पर नगर निरीक्षकों ने माता सीता को जंगल में छोड़ा तो दर्शक भाव-विभोर हो गए।सीता माता जंगल में आत्महत्या करने को जाती है तो महर्षि वाल्मीकि उन्हें रोकते हैं और सीता को अपने आश्रम में ले आते हैं। आश्रम में लवकुश का जन्म होता है। वाल्मीकि उन्हें धनुष विद्या सीखाते हैं और सीता चरित्र सुनाते हैं।उधर भगवान राम अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा छोड़ते हैं और लवकुश उसे पकड़ लेते हैं। युद्ध में जब सब हार जाते हैं तब भगवान राम स्वयं लवकुश से युद्ध करने आते हैं। तब महर्षि वाल्मीकि लवकुश को बताते हैं कि यहीं आपके पिता हैं। तब सभी का मिलन होता है। भगवान राम सीता की अग्नि परीक्षा लेने की बात करते हैं और सीता धरती मां में समा जाती है। इस दृश्य को देखकर कई महिलाओं के आंसू आ गए। राम की भूमिका उमा नाथ यादव,लक्ष्मण की भूमिका भूपेश श्रीवास्तव, भरत अजय बेनवंशी, शत्रुघ्न अंकित श्रीवास्तव, सीता छोटू बेनवंशी, लव आयुष चौहान, लवनासुर राम आसरे मिश्रा ,कुश आदित्य चौहान ,सुग्रीव दीपक चौहान ,हनुमान प्रिंस श्रीवास्तव,वशिष्ठ अशोक गुप्ता,विभीषण मोनू गुप्ता,विश्वामित्र अतुल सिंह, आदि रहे।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
