
बचपन से ही वर्दी देखकर बड़े हुए देवेंद्र ने क्रैक की यूपीएससी परीक्षा, बुन्देलखण्ड व झांसी का नाम किया रोशन
झांसी, 16 जून (Udaipur Kiran) । सपने वे नहीं होते जो खुली आंखों से देखे जाते हैं बल्कि सपने वे होते हैं जो आपको सोने ही न दें। यह कहावत बचपन से अपने दरोगा पिता की वर्दी देखकर बड़े हुए दरोगा के बेटे देवेन्द्र सिंह पर एकदम सटीक बैठती है। जिसने हाल ही में असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा में पूरे देश में 41वीं रैंक लाकर झांसी समेत बुन्देलखण्ड का नाम रोशन किया है। बचपन से ही पिता के शरीर पर खाकी वर्दी देख राष्ट्र की सेवा करने का जुनून लेकर तैयारी कर रहे थे। यह तैयारी ओर जुनून ने आज उनका सपना पूरा कर दिया। दरोगा के बेटे का असिस्टेड कमांडेंट में चयन होने पर पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
मूल रूप से महोबा के चरखारी निवासी हाल पता झांसी के ग्वालियर रोड स्थित फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी चंद्रपाल सिंह राजावत उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में जनपद फतेहपुर में दरोगा के पद पर तैनात है। उनके पुत्र देवेंद्र राजावत का यूपीएससी सीएपीएफ परीक्षा में देश के 510 चयनित लोगों में 41वीं रैंक प्राप्त करते हुए असिस्टेड कमांडेंट बने है। इस दौरान देवेंद्र ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता को देते हुए बताया कि बचपन से ही वह अपने पिता के शरीर पर पुलिस की वर्दी देखते थे। जिससे उनके अंदर बचपन से ही देश की सेवा करने का जुनून था। इसलिए उन्होंने मन लगा कर पढ़ाई लिखाई की। इसमें उनकी मां ने उनका बहुत सहयोग किया। देवेंद्र के असिस्टेड कमांडेंट के पद पर चयन होने से घर परिवार के सदस्यों में खुशी की लहर दौड़ गई। उनके पिता ने बताया कि इंटरमीडिएट के बाद ही देवेन्द्र ने एनडीए की परीक्षा पास की थी लेकिन साक्षात्कार के लिए वह नहीं जा सका था। लेकिन बाद में उसने असिस्टेंट कमांडेंट बनकर हम सभी के सपनों को साकार कर दिया।
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(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया
