HimachalPradesh

53 वर्षों का विकास सफर, शिक्षा, उद्योग और कृषि में सोलन बना प्रदेश का अग्रणी ज़िला

53 वर्ष

सोलन, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश का सोलन जिला अपने 53 वर्षों के सफर में विकास की दिशा में एक नई पहचान बना चुका है। धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह जिला अब औद्योगिक, रोजगार और सामाजिक सशक्तिकरण के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है।

औद्योगिकीकरण की शुरुआत परवाणु से हुई, और आज बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक हब बन चुका है। वर्तमान में जिले में 4125 औद्योगिक इकाइयां कार्यरत हैं और 460 करोड़ रुपये के नए निवेश प्रस्ताव स्वीकृत हुए हैं। इनमें 86,000 से अधिक हिमाचली और 26,000 से अधिक बाहरी लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं।

सामाजिक सुरक्षा के तहत अब तक 193 करोड़ रुपये खर्च कर 51,409 लाभार्थियों को योजनाओं से जोड़ा गया है। सुखाश्रय योजना के तहत 127 बेसहारा युवाओं को 1.24 करोड़ रुपये की मदद दी गई है।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में डढोग गांव के महिला समूह को फूड वैन दी गई, जिससे उनकी दैनिक आय 3500 रुपये तक पहुंच चुकी है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस वर्ष अब तक 37 सामुदायिक और 603 व्यक्तिगत शौचालय बनाए जा चुके हैं।

कृषि क्षेत्र में भी सोलन अग्रणी है। टर्मिनल सेब मंडी व उप मंडियों के विकास पर 24 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

सोलन में 120 करोड़ रुपये की लागत से बहुविशेषज्ञ अस्पताल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। शिक्षा, फार्मा और मशरूम उत्पादन में अग्रणी सोलन, अब प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय में शीर्ष तीन जिलों में शामिल हो चुका है।

(Udaipur Kiran) / संदीप शर्मा

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