Bihar

बापू की कर्मभूमि चंपारण कृषि धाम के रूप में हुई विकसित: राज्यपाल

कृषि मेला के उद्धाटन समारोह में जुटे नेतागण

पूर्वी चंपारण,18 सितंबर (Udaipur Kiran) ।बापू की कर्मभूमि चंपारण अब कृषि धाम के रूप में राष्ट्रीय पटल पर उदयमान हो रहा है। चंपारण की पुण्य भूमि पर आयोजित कृषि मात्स्यिकी व पशुधन उन्नति मेला सह किसान सम्मान समारोह का हिस्सा बन मैं सौभाग्यशाली समझ रहा हूं। उक्त बातें बिहार के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कृषि मात्स्यिकी व पशुधन उन्नति मेला सह किसान सम्मान समारोह में उपस्थित किसानों को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा।

उन्होने कहा कि चंपारण के लोगों पर अंग्रेजों द्वारा जुल्म जग जाहिर है। नील की खेती के लिए प्रताड़ित किया जाता था। परंतु आज यह भूमि कृषिधाम के रूप में राष्ट्रीय पटल पर आ गया है। पूर्व कृषि केंद्रीय मंत्री के अथक प्रयास से यहां से थोड़ी ही दूर पर बथना मठबनवारी में मदर डेयरी प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना भी की गयी। ग्रामीण परिवार, खासकर भूमिहीन और छोटे और सीमांत किसान पशुपालन को आय के पूरक स्रोत के रूप में अपनाते हैं। कहा कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड डेयरी सर्विसेस ने 2 अक्टूबर, 2017 को बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना मोतिहारी में की गई। जिसमें बिहार के 8 जिलों में पूर्वी चंपारण, प्रोड्यूसर कंपनी अभी अपने कार्य क्षेत्र के 11 सौ गांवों में 1350 दूध संकलन केन्द्रों का संचालन करते हुए अधिकतम 1 लाख 85 हजार लीटर प्रतिदिन का संकलन कर रही है। जिसमें 55743 दूध उत्पादक सदस्य जुड़े हुए हैं। इन सदस्यों में से 60 प्रतिशत महिला सदस्यों की भागीदारी है। जो कि सराहनीय है। अभी तक इन सभी सदस्यों द्वारा कंपनी के 6 करोड़ 82 लाख की शेयर पूंजी का निवेश किया है।

पारदर्शिता, गुणवत्ता आधारित उचित मूल्य, समय पर भुगतान और क्षमता निर्माण इसकी वृद्धि की आधारशिला रखी है। किसानों को दूध की गुणवत्ता आधारित अधिकतम 77.70 प्रति लीटर तक मिल रहा है। दूध की कीमत विधिवत रूप से उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जा रही है। जो हर महीने में 10 दिन के अंतराल पर अर्थात् 3,13 और 23 वें दिन के अंतराल पर अब लगभग 22 करोड़ प्रति माह सदस्यों के बैंक खाते में भेजा जा रहा है। साथ ही प्रतिवर्ष 2500 मीट्रिक टन पशु आहार भी उपलब्ध कराया जा है।

1 लाख 88 हजार 173 कृत्रिम गर्भाधान एवं 2900 प्रजनन शिविर करवाए गए हैं। बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा अक्टूबर, 2017 से अब तक लगभग 827 करोड़ रूपये का भुगतान क्षेत्र के सदस्य दूध उत्पादकों के खाते में सीधे किया गया है। जिससे किसानों की सामाजिक आर्थिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन देखा जा सकता है। राज्यपाल ने कहा कि चम्पारण में दूध उत्पादकता की वृद्धि के लिए प्रस्तावित परियोजना की मंजूरी मोदी सरकार ने दी है। चंपारण में प्रति व्यक्ति आय में सुधार और गरीबी को कम करने मे दुधारू पशुओं की उत्पादकता एवं दूध उत्पादन मे वृद्धि एक प्रमुख साधन है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत चंपारण में मवेशियों की विभिन्न दुधारू नस्लों को शामिल करने, सॉर्टेड सीमेन के उपयोग द्वारा पशुओं को गर्भित करना, भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक का उपयोग कर के उच्च अनुवांशिक योग्यता वाली बछियों का जन्म सुनिश्चित करने के लिए 25.75 करोड़ रूपया स्वीकृत हुआ है। जिसको एनडीडीबी डेयरी सर्विसेज के द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत सेक्स सॉर्टेड सीमेन का प्रयोग करके 61 हजार पशुओं तथा भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक द्वारा 500 पशुओं को गर्भाधान किया जा रहा है।

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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार

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