Jharkhand

देवकी नंदन भगवान का दिव्यरूप में मना प्रकट दिवस

भगवान वेक्टेश्वर मंदिर में कार्यक्रम

रांची, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । श्रीलक्ष्मी वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार को परिपूर्णतम परमात्मा श्रीकृष्णचन्द्र के प्रकट दिवस (जन्माष्टमी) पर कई आयोजन किया गया।

इस अवसर पर दिव्य सुवासित पुष्पों और पत्तों से सजाये हुये झूला पर सप्तगिरीश्वर भगवान् श्रीवेंकटेश्वर अनेक आभूषणों से अलंकृत हो बालमुकुन्द श्रीकृष्णचन्द्र के स्वरूप में, श्रीश्रीदेवीलक्ष्मी -रुक्मिणीजी के रूप में और श्रीभूमिदेवी – राधिकाजी के रूप में मनोहर दर्शन प्राप्त हुआ। इसके पूर्व आयोजित अनुष्ठान की प्रक्रिया ब्रह्म मुहूर्त में ब्रह्म परमात्मा पद्मावती वल्लभ श्रीश्रीनिवास सहित श्रीश्रीदेवी, श्रीभूमिदेवी, श्रीचक्रराज सुदर्शन सहित सभी प्रतिष्ठापित विग्रहों का महाभिषेक हुआ। इसके बाद भगवान के विग्रहों का साज सजावट करके नक्षत्र, कुंभ और कपूर से महाआरती की गयी। खीर ,आलू पकोड़ा, फल और मेवा का बालभोग निवेदन हुआ। इसके बाद श्रुति, उपनिषदऔर देशिक स्तोत्राणि और श्लोकों से स्तुति की गयी। बाद में भजन- संकीर्तन और श्रीविष्णु सहस्त्रनाम का सामूहिक पाठ हुआ। फिर भगवान का रात्रि तिरुआराधना -पूजादि संपादन कर स्तवन नैवेद्य भोग और शयन आरती कराकर आज का अनुष्ठान संपन्न हुआ।

इस अवसर पर महाभिषेक के यजमान प्रदीप धर्मपत्नी उमा नारसरिया, जबकि पायसान्न (खीर) निवेदन किया सुशील धर्मपत्नी सरिता गरोदिया ने। वहीं एक समय का भोग अभिषेक दुबे ने निवेदित किया। वहीं अर्चक के रूप में सत्यनारायण गौतम, गोपेश आचार्य और नारायण दास ने विधिवत अनुष्ठान कराया।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

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