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शुभ संयोग में मनाई जाएगी देव दीपावली

jodhpur

जोधपुर, 04 नवम्बर (Udaipur Kiran) । कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि इस वर्ष पांच नवंबर को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि का आरंभ आज रात 10.36 बजे होगा तथा इसका समापन पांच नवंबर की शाम 6.48 बजे तक रहेगा। इस आधार पर देव दीपावली और कार्तिक पूर्णिमा का पर्व पांच नवंबर को मनाया जाएगा। प्रकाश, पवित्रता और पुण्य के प्रतीक कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर घर-घर एक बार फिर दीपावली की तरह दीपमालाएं सजेंगी। वैष्णव मंदिरों के कंवळे दीपों से आलोकित होंगे।

मोकलावास स्थित पौराणिक तीर्थ अरना-झरना में हर साल की तरह इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा पर भव्य मेला आयोजित होगा। मेले में जोधपुर शहर सहित संभाग के विभिन्न जिलों से भी श्रद्धालु शामिल होकर दीपदान की परपरा का निर्वहन करेंगे। क्षेत्र में कार्तिक मेले की तैयारियां शुरू कर दी गई है।

वहीं पदमगढ़ जल संरक्षण एवं संवर्धन परिषद ब्रह्मपुरी के तत्वावधान में कार्तिक मास की पूर्णिमा बुधवार को देव दीपावली पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। परिषद के अध्यक्ष जयप्रकाश दवे ने बताया कि इस वर्ष पदम सागर में दीप़ दान कार्यक्रम रखा गया है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांतीय अधिकारी व प्रचारक की ओर से महाआरती की जाएगी। संघ के शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए 1001 दीपक से घाट को सजाया जाएगा। फतेहसागर स्थित जैन दादावाड़ी में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बड़ी पूजा का आयोजन बुधवार को किया जाएगा। समिति अध्यक्ष अशोक कुमार रांका ने बताया कि लुणावत परिवार की ओर से खरतरगच्छ श्रृंगार तृत्य दादा जिनकुशल सूरी गुरुदेव की बड़ी पूजा का आयोजन किया जाएगा।

दोपहर एक बजे से शुरू होने वाली बड़ी पूजा में दादागुरु देव का केसर, चन्दन, नैवैध्य, अक्षत, फल, फूल आदि अष्ठ प्रकार के द्रव्यों से पूजन किया जाएगा तथा गुरुदेव को अनेक प्रकार के भोग लगाए जाएंगे। सचिव हुकमीचंद मेहता ने बताया कि बड़ी पूजा जैन संगीतकार धीरज कुमार रांका द्वारा पढ़ाई जाएगी। कार्यक्रम के अंत में दादा गुरुदेव की 108 दीपक की महाआरती की जाएगी।

श्रीगणपति मेढ़ जागृति एवं विकास समिति के तत्वावधान में मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज का समाज का पंचम सामूहिक विवाह एवं तुलसी विवाह समारोह पांच नवम्बर को आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन परिहार नगर क्षेत्र 80 फीट रोड स्थित बालाजी फार्म परिसर में होगा, जिसमें समाज के 11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे।

(Udaipur Kiran) / सतीश