
नई दिल्ली, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस के ट्रैफिक मुख्यालय के उपायुक्त शशांक जायसवाल ने एक बार फिर मानवीय और जिम्मेदार पुलिसिंग की मिसाल पेश की है। सोमवार तड़के वसंत कुंज इलाके में हुए एक दर्दनाक डंपर हादसे में उन्होंने दो गंभीर रूप से घायलों की जान बचाई। फलों से भरा डंपर अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया था, जिसमें सवार दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल डंपर में फंस गए। उपायुक्त ने उन्हें बाहर निकाला और खुद अस्पताल ले गए, जिससे उनकी जान बची।
घायलों की पहचान जगदीश और दिनेश के रूप में हुई है, जो गाजीपुर के निवासी और डंपर चालक हैं। फिलहाल दोनों की हालत अब खतरे से बाहर है।
जानकारी के मुताबिक, उपायुक्त शशांक जायसवाल सोमवार को आइआइएम में एक व्याख्यान देने के बाद एयरपोर्ट से सुबह लगभग तीन बजे वापिस लौट रहे थे। इसी दौरान वसंत कुंज के पास रंगपुरी पर उन्होंने एक दुर्घटनाग्रस्त डंपर देखा, जिसमें दो व्यक्ति बुरी तरह फंसे हुए थे। स्थिति अत्यंत गंभीर थी, एक पीड़ित के चेहरे पर गहरी चोट थी।
इसके अलावा वाहन से पेट्रोल का रिसाव हो रहा था जिससे विस्फोट का खतरा मंडरा रहा था। बिना समय गंवाए, उपायुक्त जायसवाल ने तुरंत अपनी गाड़ी रोकी और दोनों घायलों को बाहर निकालने में मदद की। उन्होंने पीड़ितों को अपनी गाड़ी से तुरंत फोर्टिस अस्पताल, वसंत कुंज पहुंचाया। रास्ते में उनकी पुलिस एस्कार्ट टीम ने ट्रैफिक को नियंत्रित किया ताकि घायलों को समय पर उपचार मिल सके।
फोर्टिस अस्पताल में प्रारंभिक उपचार के बाद, दोनों की हालत को देखते हुए उन्हें एम्स ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। इस दौरान उपायुक्त जायसवाल खुद अस्पताल में मौजूद रहे, डाक्टरों से लगातार संपर्क में बने रहे और सुबह करीब 5:30 बजे तक वहीं रुके रहे।
उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को भी सूचित किया और जब तक अतिरिक्त पुलिसकर्मी नहीं पहुंचे, तब तक उन्होंने खुद मौके की निगरानी की।
अस्पताल कर्मियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने उपायुक्त जायसवाल के समय पर किए गए प्रयासों की सराहना की।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
