Jammu & Kashmir

कैलाश यात्रा 2025 के सुरक्षित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए उपायुक्त ने दिशानिर्देश जारी किए

डोडा 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । उपायुक्त हरविंदर सिंह ने वार्षिक कैलाश यात्रा 2025 के लिए परामर्श जारी किए हैं जिसमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया गया।

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने 20 अगस्त से 22 अगस्त तक होने वाली वार्षिक यात्रा के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी दी। डीसी ने बताया कि पाडर और कठुआ में बादल फटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं और मौजूदा खराब मौसम को देखते हुए सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती प्रतिबंध लगाए गए हैं।

डीसी ने बताया कि सुरक्षा कारणों से इस वर्ष महिलाओं और बच्चों को यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि तीर्थयात्रियों को चत्तरगला मार्ग से यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि यह मार्ग जंगली धाराओं और असुरक्षित भूभाग के कारण असुरक्षित है। इसके बजाय यात्रा पारंपरिक मार्गों से ही संचालित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुंगली, नाल्थी और द्रफदा (भल्ला) में जिला प्रशासन ने यात्रियों की सहायता और मार्गदर्शन के लिए सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर अधिकारियों को तैनात किया है। उन्होंने आगे कहा कि पवित्र छड़ी (छड़ी मुबारक) एक प्रतीकात्मक यात्रा के हिस्से के रूप में नामित तीर्थयात्रियों के साथ चलेगी जिससे आवश्यक अनुष्ठानों और धार्मिक समारोहों का सुचारू संचालन सुनिश्चित होगा।

उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक तीर्थयात्री को उचित सत्यापन के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी एक वैध पहचान पत्र साथ रखना होगा। उन्होंने आगे बताया कि यात्रा मार्ग पर कई स्थानों पर कर्मचारियों की तैनाती के लिए एक व्यापक तैनाती योजना तैयार की गई है ताकि सुचारू आवागमन, चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान, त्वरित आपदा प्रतिक्रिया, पेयजल, आश्रय, संचार और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने आगे कहा कि व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के लिए सभी हितधारकों के साथ तीन दौर की बैठकें पहले ही हो चुकी हैं, और सर्वसम्मति से इस वर्ष यात्रा के प्रतीकात्मक संचालन के लिए केवल छड़ी मुबारक को यात्रियों के निर्धारित समूह के साथ अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।

सतर्कता और सहयोग के महत्व को दोहराते हुए उपायुक्त ने श्रद्धालुओं और आम जनता से प्रशासन द्वारा जारी सलाह का सख्ती से पालन करने की अपील की। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि उन्होंने कहा कि ये निर्देश न केवल एहतियाती हैं बल्कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आवश्यक भी हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य, और आपदा प्रबंधन दल, यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं कि कैलाश यात्रा 2025 सुरक्षित, सुचारू और आध्यात्मिक रूप से संपन्न हो।

(Udaipur Kiran) / सुमन लता

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