श्रीनगर 23 जून (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर सरकार की प्रमुख युवा उद्यमिता पहल मिशन युवा की एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी की अध्यक्षता में श्रीनगर के नागरिक सचिवालय में आयोजित की गई।
बैठक के दौरान मिशन निदेशक ने एक व्यापक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें जनपहंुच प्रयासों, संस्थागत गठजोड़ और सभी जिलों में वित्तीय संवितरण की स्थिति पर प्रकाश डाला गया।
उन्होंने अध्यक्ष को अवगत कराया कि मिशन युवा को चार स्तंभों पर डिजाइन किया गया है जिसमें संस्कृति, पूंजी, क्षमता निर्माण और कनेक्टिविटी शामिल है तथा इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में 1.37 लाख से अधिक नए उद्यम और 4.25 लाख रोजगार के अवसर सृजित करना है।
उपमुख्यमंत्री ने अब तक की उपलब्धियों की सराहना करते हुए मिशन युवा के कार्यान्वयन ढांचे को और मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।
उपमुख्यमंत्री ने इच्छुक उद्यमियों के लिए ऋण पहुंच बढ़ाने और वित्तीय पहुंच को व्यापक बनाने के लिए जेएंडके बैंक के अलावा सभी प्रमुख राष्ट्रीयकृत बैंकों को शामिल करने का निर्देश दिया। उन्होंने उद्यमिता को अधिक व्यवहार्य और आकर्षक विकल्प बनाने के लिए मिशन युवा योजनाओं के तहत प्रदान किए जाने वाले प्रोत्साहन और वित्तीय सहायता को बढ़ाने का भी सुझाव दिया।
उपमुख्यमंत्री ने परियोजनाओं की गुणवत्ता और व्यवहार्यता सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की तैयारी में जेएंडके उद्यमिता विकास संस्थान को शामिल करने का निर्देश दिया।
उन्होंने समान पहुंच को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से सरकारी योजनाओं के तहत उद्यम स्थापित करने के इच्छुक भूमिहीन युवाओं को भूमि आवंटन के प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए कहा।
स्टार्टअप इकोसिस्टम और नव पहल उद्यम बनाने पर जोर देते हुए उपमुख्यमंत्री ने उद्यम निर्माण के माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों के सृजन के साथ-साथ सभी स्तरों पर उद्यमिता के विकास के लिए क्रॉस सेक्टोरल बिजनेस सपोर्ट इकोसिस्टम स्थापित करने का आह्वान किया।
सुरिंदर चौधरी ने उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर और स्थायी अर्थव्यवस्था, आजीविका और सशक्त युवाओं की ओर संक्रमण करके जम्मू-कश्मीर को उद्यमों और समग्र रोजगार के एक संपन्न केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
अपने समापन भाषण में उपमुख्यमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में युवा-नेतृत्व वाले विकास की पूरी क्षमता के उपयोग हेतु समय पर सहायता, जमीनी स्तर पर जागरूकता अभियान और कौशल और डिजिटल प्लेटफार्मों के साथ अभिसरण के महत्व को रेखांकित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने मिशन के विजन को जमीनी स्तर पर मूर्त अवसरों में बदलने के लिए विभागों और संस्थानों के बीच अधिक समन्वय पर जोर दिया।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
