
जम्मू 15 अगस्त (Udaipur Kiran) । उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने सुबह 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर एमए स्टेडियम जम्मू में राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
शुरुआत में उपमुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस परेड की टुकड़ियों का निरीक्षण किया और औपचारिक सलामी ली।
स्वतंत्रता दिवस परेड में बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी, आईआरपी (महिला एवं पुरुष), जम्मू-कश्मीर पुलिस, जेकेएपी, एसडीआरएफ, जम्मू-कश्मीर अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं, जम्मू-कश्मीर वन सुरक्षा बल, एनसीसी, और कई सरकारी/निजी स्कूलों की टुकड़ियाँ, बीएसएफ के ब्रास एवं पाइप बैंड, जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस और विभिन्न स्कूलों के बैंड ट्रूप्स की कुल 32 स्मार्ट टुकड़ियाँ शामिल थीं।
उपमुख्यमंत्री ने सबसे पहले किश्तवाड़ के चशोती में हुए दुखद बादल फटने की घटना में अपने परिजनों/रिश्तेदारों को खोने वाले शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है।
इस प्रतिष्ठित समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर जम्मू-कश्मीर और देश के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता हमें हमारे वीर पूर्वजों के बलिदान, हमारे शहीदों के रक्त और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष की याद दिलाती है।
उन्होंने उन शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जिन्होंने इस धरती पर स्वतंत्रता का प्रकाश फैलाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
पिछले 10 महीनों में सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उप-मुख्यमंत्री ने गर्व से बताया कि जम्मू-कश्मीर में 46 नए औद्योगिक एस्टेट शुरू हो चुके हैं और जम्मू, सांबा, कठुआ, पुलवामा, बडगाम जैसे इलाकों में नए कारखाने लग रहे हैं। इसके साथ ही सरकार ने एक स्थानीय रोज़गार नीति भी बनाई है ताकि नए स्थापित कारखानों में जम्मू-कश्मीर के युवाओं का पहला अधिकार हो।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर न केवल अपने पहाड़ों, नदियों और खूबसूरत मौसम के लिए जाना जाता है बल्कि सदियों पुरानी कला और विरासत के लिए भी जाना जाता है।
उन्होंने कहा कि हमारे कारीगर और कुशल लोग इस धरती की आत्मा हैं, जो अपने हाथों से अद्भुत कलाकृतियाँ बनाते हैं जिनकी दुनिया भर में सराहना होती है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कश्मीरी पश्मीना, कानी शॉल, पेपर माशी और अखरोट की लकड़ी की नक्काशी को जीआई टैग दिया है। साथ ही, कृषि क्षेत्र में रामबन के सोलाई शहद, रामनगर के कलाड़ी, डोडा के गुच्छी मशरूम, जम्मू के बासमती, भद्रवाह के राजमा और किश्तवाड़ के केसर को भी जीआई टैग मिला है और हस्तशिल्प में चकरी कला राजौरी, बसोहली पश्मीना शॉल और बसोहली पेंटिंग को भी जीआई टैग के अंतर्गत लाया गया है।
कमजोर, गरीब और ज़रूरतमंद नागरिकों के प्रति सरकार की चिंता को रेखांकित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने श्रमिकों के लिए 2 लाख सुरक्षा किट वितरित की हैं जिनमें हेलमेट, सुरक्षा जूते, दस्ताने और बुनियादी चिकित्सा किट शामिल हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आईएसएसएस और एनएसएपी जैसी पेंशन योजनाओं के माध्यम से उमर अब्दुल्ला सरकार ने बुजुर्गों, विधवाओं और विकलांगों को उनके जीवनयापन में सुविधा प्रदान करने के लिए मासिक पेंशन प्रदान करना सुनिश्चित किया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक ज़ोर देते हुए, सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। एमबीबीएस और पीजी सीटों में भी वृद्धि की गई है ताकि अधिक से अधिक स्थानीय छात्रों को चिकित्सा शिक्षा का अवसर मिल सके।
शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने पहाड़ी और दूरदराज के इलाकों जहाँ पहुँचना मुश्किल था के लिए मोबाइल स्कूल सहित महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और जम्मू-कश्मीर में नई शिक्षा नीति को अपनाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं जो नए पाठ्यक्रम, गतिविधि-आधारित शिक्षण और छात्र परामर्श पर केंद्रित हैं।
किसानों के लिए सरकार ने उनकी आय बढ़ाने के लिए कृषि, बागवानी और रेशम उत्पादन में विभिन्न योजनाएँ शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि केसर मिशन के माध्यम से पंपोर का केसर अब जीआई टैग के साथ विश्व बाजार में पहुँच रहा है।
सरकार ने किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड का दायरा भी बढ़ाया है ताकि उन्हें कम ब्याज पर ऋण मिल सके। इसके अलावा फसल बीमा योजना उनके नुकसान की भरपाई करती है, चाहे वह बारिश हो, ओलावृष्टि हो या बाजार में कीमतें गिरना हो।
युवाओं के संदर्भ में उपमुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि सरकार मिशन युवा के माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगी जिसमें आईटी, पर्यटन, हस्तशिल्प, डेयरी फार्मिंग, सौर ऊर्जा स्थापना और आधुनिक कृषि जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण शामिल है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए रियायती ऋण दिया जाएगा ताकि उन्हें केवल नौकरी की तलाश न करनी पड़े, बल्कि वे अपने शहर और गाँव के लिए रोजगार का स्रोत बन सकें।
उपमुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उमर अब्दुल्ला सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं जिनमें महिलाएं डेयरी फार्मिंग, सिलाई इकाइयाँ, अचार और जैम बनाना और ऑनलाइन हस्तशिल्प बिक्री जैसे अपने छोटे व्यवसाय शुरू कर रही हैं। इन स्वयं सहायता समूहों को ब्याज मुक्त ऋण, विपणन प्रशिक्षण और नवीनतम लेखा उपकरण प्रदान किए गए हैं ताकि उनका काम न केवल जीवित रहे बल्कि एक सफल व्यवसाय भी बन सके।
उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला सरकार बनने के बाद लोक निर्माण विभाग ने जम्मू-कश्मीर के बुनियादी ढाँचे के विकास में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। भारत सरकार ने भी जम्मू-कश्मीर के लिए कई बड़ी विकास परियोजनाओं को मंज़ूरी दी है।
बिजली क्षेत्र में सरकार ने पारेषण और वितरण प्रणाली को मजबूत किया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन हमारे लिए केवल एक उद्योग नहीं बल्कि हमारी पहचान, हमारे गौरव और हमारी अर्थव्यवस्था का एक मजबूत स्तंभ है। पर्यटकों की बढ़ती संख्या और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए नए आवास ब्लॉक, पार्किंग सुविधाएँ और भीड़ प्रबंधन प्रणाली अपनाई गई है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अब स्वतंत्रता को बनाए रखने, उसकी रक्षा करने और देश को आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी हमारे कंधों पर है, और विशेष रूप से हमारी युवा पीढ़ी का यह कर्तव्य है कि वे इस स्वतंत्रता को बनाए रखें। सरकार ईमानदारी, कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए काम करती रहेगी।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता
