Haryana

झज्जर में बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के खिलाफ प्रदर्शन

बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर नहीं लगाने की मांग करते प्रदर्शनकारी।

झज्जर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । ऑल इंडिया किसान खेत मज़दूर संगठन के कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने प्रदेश में बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की योजना के ख़िलाफ स्थानीय भगत सिंह चौक में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सरकार की जन विरोधी और कारपोरेट समर्थक निजीकरण की नीतियों के विरोध में नारे लगाए।

इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश सचिव जयकरण मांडौठी और बिजली उपभोक्ता मंच के संयोजक रामकिशन ने बताया कि बिजली विभाग को निजी हाथों में देने के लिए ही बिजली के प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, ये मीटर बहुत तेज गति से चलते हैं। इन्हें मोबाइल फ़ोन की तरह पहले रीचार्ज करना पड़ता है। जिस तरह मोबाइल फ़ोन में पहले पैसे डालने पड़ते हैं, उसी तरह स्मार्ट मीटर में भी एडवांस पैसे डालने पड़ते हैं। पैसे ख़त्म होते ही बिजली सप्लाई अपने आप बंद हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि पहले बिजली, शिक्षा-इलाज की तरह सेवा क्षेत्र में आती थी। परंतु अब इसे मुनाफा कमाने की चीज़ में तब्दील किया जा रहा है। इस प्रीपेड स्मार्ट मीटर की क़ीमत 25-30 हज़ार रुपये है, जो बिजली उपभोक्ताओं से किश्तों में वसूली जाएगी। जिला कमेटी सदस्य सतबीर सिंह व ओमबीर सिंह ने बताया कि हरियाणा सरकार ने पिछले महीने ही फ़िक्स चार्ज लगाकर और बिजली की दरें बढ़ाकर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं की कमर तोड़ दी है। बिजली की दरें पहले ही बहुत अधिक थी, लेकिन हरियाणा सरकार ने एक बार फिर बिजली दरों में कमी करने की बजाय बढ़ोतरी कर दी है।

जिला कमेटी सदस्य भारत ने कहा कि आम आदमी पहले ही महंगाई से परेशान है, किसानों को फसलों के लाभकारी दाम नहीं मिलते, छोटे दुकानदारों को ग्राहक नहीं मिलते, लघु उद्योग को बड़ी पूंजी निगल रही है, कृषि श्रमिकों को सालभर रोजगार नहीं मिलता। युवा रोजगार के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। निजीकरण के कारण शिक्षा और इलाज उनकी पहुंच से दूर हो चुका है, अब बिजली भी उनकी पहुंच से दूर हो जाएगी क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में जाने के बाद सभी प्रकार की सब्सिडी समाप्त हो जाएगी।

किसान नेता सरदार सिंह और मजदूर कल्याण मंच के ज़िलाध्यक्ष लालजी ने कहा कि हमारा संगठन हरियाणा सरकार से स्मार्ट मीटर स्कीम पर रोक लगाने, बढ़ाए गए रेट वापस लेने, बिजली कानून 2003 को रद्द करने, निजीकरण के लिए तैयार किए बिजली बिल 2023 को निरस्त करने की मांग करता है और आम लोगों से इन जनविरोधी नीतियों के खिलाफ उठ खड़ा होने की अपील करता है। इस प्रदर्शन में बलवान, राज, प्रहलाद, सतीश, बिजय, जयबीर, जयभगवान व कई अन्य लोग शामिल रहे।

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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज

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