Uttar Pradesh

वाराणसी: दालमंडी चौड़ीकरण अभियान में ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू,मकानों पर लगाया गया लाल निशान

दालमंडी चौड़ीकरण अभियान में ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया के दौरान मौके पर फोर्स और अफसर
दालमंडी चौड़ीकरण अभियान में ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया के दौरान मौके पर फोर्स और अफसर

वाराणसी,29 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के सर्वाधिक व्यस्त और घनी आबादी वाले इलाके दालमंडी के चौड़ीकरण में चिंहित भवनों और दुकानों की ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। पुलिस अफसरों और फोर्स के साथ दालमंड़ी पहुंची नगर निगम की टीम ने चिंहित दुकानों और मकानों पर लाल निशान लगाकर ध्वस्तीकरण की मुनादी कराई और लोगों से भवन परिसर खाली करने की अपील की। इसके बाद हथौड़ा और ड्रिल मशीन से पहले एक फोटो स्टेट की दुकान पर प्रशासन का हथौड़ा और ड्रिल मशीन चली। यह देख अभियान के विरोध में दुकानदारों ने अपनी दुकाने बंद कर दी। विरोध प्रदर्शन की संभावना को देख पूरे दालमंडी इलाके में फोर्स के साथ रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान भी मुस्तैद है।

अफसरों के अनुसार जिन भवन स्वामियों ने मुआवजे पर सहमति देते हुए दस्तावेज जमा किए थे, सबसे पहले उनके मकान तोड़ें जाएंगे। जिनके भवन पर लाल निशान लगाया है। पीडब्ल्यूडी की तरफ से रविवार को 181 भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया था, जिसमें कई लोगों ने दस्तावेज जमा कर दिए हैं। अभियान में सबसे पहली दुकान राकेश शरण और दीपक शरण की तोड़ी जाएगी। इनको 15 लाख रुपए मुआवजा मिला है जिसे दो भाइयों के बीच बांटा गया।

एडीएम सिटी आलोक वर्मा के अनुसार दालमंडी में चिह्नित 187 मकानों के मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की गई है। सभी चिंहित भवन या दुकान के मालिकों को कैंप कार्यालय में जरूरी दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर अपने कागजात जमा करने के निर्देश दिए गए है। प्रशासन की ओर से सर्किल रेट 44,000 रुपये प्रति वर्ग मीटर का दोगुना मुआवजा दिया जाएगा। चौड़ीकरण कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रशासन ने अभियान तेज कर दिया है।

बताते चले चौड़ीकरण अभियान में 187 दुकानों और मकानों का ध्वस्तीकरण किया जाना है। इस अभियान से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के रास्ते को 17.5 मीटर चौड़ा किया जाएगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के क्षेत्र में बढ़ती भीड़ और यातायात की समस्या को देखते हुए इस अभियान को मूर्त रूप दिया जा रहा है। पिछले दिनों वाराणसी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को इसके लिए स्पष्ट आदेश दिया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जो लोग समय पर अपनी संपत्तियों को नहीं खाली करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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