
झज्जर, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । बहादुरगढ़ से कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेंद्र जून ने बीपीएल परिवारों के लिए सरसों के तेल की कीमत में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश के लाखों गरीब बीपीएल परिवारों को राशन डिपो के माध्यम से मिलने वाला रियायती सरसों का तेल महंगा कर दिया है जिससे गरीब लोगों की रसोई का बजट पूरी तरह से बिगड़ जाएगा।
कांग्रेस नेता राजेंद्र जून में शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि सरकार का गरीब, किसान, व्यापारी, गरीब, मजदूर, गृहिणी सहित किसी भी वर्ग के हितों से सरोकार नहीं है। चुनाव से पहले भाजपा नेता हरियाणा में महंगाई कम करने व सेवा करने का वादा प्रदेश की जनता से कर रहे थे और सत्ता हाथ लगते ही आए दिन जन विरोधी फैसले लेकर उन्हें लागू करके आम आदमी की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने का काम भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है, जिसके चलते आज हरियाणा प्रदेश का किसान, युवा, व्यापारी, गरीब, कर्मचारी, गृहिणी सहित सभी वर्ग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
जून ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने अब गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लाखों परिवारों को रियायती दाम पर मिलने वाले सरसों तेल की कीमत 40 रुपये से बढ़ाकर 100 रुपये प्रति लीटर कर दी है।
यानी तेल के दाम में दोगुने से भी ज्यादा बढ़ोतरी कर दी गई है। सरकार को यह जनविरोधी निर्णय तुरंत वापिस लेना चाहिए। उन्होंने सरकार की इस नीति की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार का रियायती दाम पर दिए जाने वाले सरसो के तेल के दाम में भारी बढ़ोतरी करने का यह फैसला गरीबों से उनकी रोटी छीनने के समान है। जब महंगाई आसमान छू रही है, तब सरकार को राहत देनी चाहिए थी, लेकिन इसके उलट गरीब परिवारों से रियायती दर पर मिलने वाला तेल भी छीन लिया गया।
राजेंद्र सिंह जून ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार के दौरान गरीबों को अनाज, दाल, चीनी, सरसों और मिट्टी का तेल डिपो के जरिए बांटा जाता था। लेकिन भाजपा ने सत्ता में आते ही गरीब कल्याण की इस योजना को रोक दिया। इसे मात्र अनाज, तेल तक सीमित कर दिया है। जबकि सरकार को रियायती सरसों तेल के बढ़ाए दाम पूरी तरह से कम करने चाहिए ताकि गरीब परिवारों पर आर्थिक बोझ न पड़े।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
