पौड़ी गढ़वाल, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । थलीसैंण, बीरोंखाल और पाबौ ब्लाक में भालू के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया। ग्रामीणों का कहना है कि भालू गोशाला में घुसकर मवेशियों को निवाला बना रहा है। जबकि दो ग्रामीण महिलाओं को भी घायल कर चुका है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण भालू के आंतक से परेशान हैं। डीएम से क्षेत्र को भालू के आतंक से मुक्त बनाए जाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने जल्द ही समाधान नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
सोमवार को उत्तराखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह नेगी के नेतृत्व में विभिन्न गांवों के ग्रामीणों के एक प्रतिनिधि मंडल ने डीएम स्वाति एस भदौरिया से मुलाकात की। इस मौके पर जिलाध्यक्ष नेगी ने बताया कि जनपद पौड़ी के विकास खंड बीरोंखाल, थलीसैंण, पबौ, कल्जीखाल के अनेक गांवों में भालू का आतंक लंबे समय से बना हुआ है। भालू ग्रामीणें की गोशाला में घुसकर अभी तक 70 से अधिक मवेशियों को निवाला बना चुका है। वन विभाग इस दिशा में गंभीर नजर नहीं आ रहा है। कहा कि भालू के आतंक से ग्रामीण दहशत में हैं। यूकेडी जिलाध्यक्ष अर्जुन नेगी ने बताया कि कुछ दिन पहले भालू द्वारा पाबौ ब्लॉक में एक महिला पर हमला किया। उन्होंने आतंक का पर्याय बने भालू को मारे जाने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने पौड़ी जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े किए। कहा कि जिला अस्पताल में कुछ समय पूर्व इलाज के दौरान इमरजेंसी में टोर्च की रोशनी में इलाज किए जाने का मामला सामने आया था। उन्होंने जिला अस्पताल सहित जिले में स्थित अस्पतालों में विद्युत व्यवस्था, चिकित्सकों की नियुक्ति और आधुनिक उपकरणों की व्यवस्था पुख्ता किए जाने की मांग की।
उन्होंने जल्द अस्पतालों की स्थिति में सुधार और हमलावर हो चुके भालू को नहीं मारे जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस अवसर पर यूकेडी कार्यकारी जिलाध्यक्ष देवेश डोभाल, जिला उपाध्यक्ष जगदंबा नैनवाल, जिला संगठन मंत्री लोकेश प्रशाद बहुगुणा, महिला प्रकोष्ठ नेत्री सरस्वती नेगी, साबर सिंह नेगी, गौरव चंदोला, अजय चंदोला, विकास भंडारी आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / कर्ण सिंह
