
—कांग्रेस,सपा,सीपीएम , सीपीआई,राजद के पदाधिकारियों ने की बैठक
वाराणसी,27 नवम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में गुरूवार को विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम (एसआईआर) को लेकर राजनीतिक दलों-कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम , सीपीआई,राजद, की एक संयुक्त बैठक कांग्रेस कार्यालय लहुराबीर में हुई। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि एसआईआर कार्यक्रम जिस तरह से जल्दीबाजी और आधी अधूरी तैयारी के साथ कराया जा रहा है। उससे निश्चित रूप से बहुत सारे लोगों का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से छूट जाएगा। इन दिनों गांवों में धान की कटाई और गेहूं की बुवाई का व्यस्ततम मौसम चल रहा है।
एसआईआर के बारे में चुनाव कार्यालय से संबंधित पूर्ण जानकारी का अभाव, बीएलओ की ट्रेनिंग का अभाव और आम जनता में जागरूकता की कमी के कारण यह संभव ही नहीं है की चार दिसंबर तक इसे ठीक से पूरा किया जा सके। इसलिए हर हालत में 4 दिसंबर की अंतिम तारीख को कम से कम 6 महीने के लिए बढ़ाया जाना चाहिए। प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2027 में होने वाला है । इसलिए भी बहुत जल्दी बाजी का कोई औचित्य नहीं है। इसी के साथ यह भी मांग की गई की 2003 और 2025 की मतदाता सूची प्रत्येक बीएलओ को अवश्य दी जाए और वह घर-घर जाकर प्रत्येक मतदाता को संतुष्ट कर उसका फॉर्म भरे ।
नेताओं ने कहा कि कई क्षेत्रों से सूचनाओं मिल रही है कि बीएलओ के पास 2003 की मतदाता सूची नहीं है। कई क्षेत्रों में केवल दो के स्थान पर एक गणना पत्र दिया जा रहा है। कई लोग जो 2024 में मतदाता रहे हैं उनका गणना फॉर्म उनको नहीं मिला। इसका विकल्प दिया जाना चाहिए। बैठक में तय किया गया कि शुक्रवार 28 नवंबर 2025 को जिलाधिकारी से मिलकर चुनाव आयोग के लिए ज्ञापन दिया जाएगा। उपरोक्त समस्याओं के समाधान और अंतिम तारीख बढ़ाने की मांग उनसे की जाएगी। बैठक में डॉ हीरालाल यादव, राघवेंद्र चौबे, आनंद मौर्य, नंदलाल पटेल, सुरेंद्र यादव, अजय मुखर्जी, फसाहत हुसैन,डॉ राजेश गुप्ता,सतनाम सिंह, जयशंकर पांडे, मोबीन अहमद, दुर्गा प्रसाद गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी