
महासमुंद/रायपुर, 19 जून (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ में रेत के अवैध खनन और माफियाराज को लेकर राजनीति गरमायी हुई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने गुरुवार को महासमुंद जिला के बरबसपुर गांव में रेत के अवैध भंडारण का निरीक्षण किया। रेत के इस अवैध भंडारण को देखकर कहा कि यहां ऐसा लग रहा है, जैसे हम छत्तीसगढ़ में नहीं राजस्थान में हैं। निजी जमीन की आड़ में सरकारी जमीनों पर रेत के अवैध भंडारण के संरक्षण पर दीपक बैज ने एक बार फिर सरकार की नीति और नीयत पर सवाल उठाये हैं।
राजनांदगांव में रेत तस्करों द्वारा गोलीकांड और बलरामपुर जिला में पुलिस कांस्टेबल की हत्या की घटना को लेकर कांग्रेस प्रदेश सरकार पर लगातार आक्रामक बनी हुई है। खनन माफिया की दबंगई और खनिज विभाग की उदासीनता के कारण सरकार की काफी किरकिरी भी हुई। इसके बाद खनिज सचिव द्वारा अवैध रेत खनन और परिवहन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये गये। इस आदेश के बाद बिलासपुर, जांजगीर, कोरबा सहित कई जिलों में रेत के अवैध परिवहन पर कार्रवाई तो की गयी, लेकिन जवाबदार अधिकारियों ने खनन माफिया के अवैध रेत भंडारण पर कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझा।
गुरुवार काे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने महासमुंद जिला में रेत के अवैध भंडारण का पर्दाफाश कर एक बार फिर सरकार को घेरने की कोशिश की। वह महासमुंद जिला के ग्राम बरबसपुर में रेत माफियाओं ने लाखों घन मीटर रेत का भंडारण कर रखा था। जहां स्थानीय कांग्रेसियों के साथ पहुंचे। कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि महासमुंद जिले में माफिया बेधड़क होकर रेत का अवैध भंडारण कर रहे हैं। इन सारे अवैध भंडारण की जानकारी होने के बाद भी प्रदेशभर में माइनिंग विभाग के अधिकारी खानापूर्ति की कार्रवाई में जुटे हुए हैं।
दीपक बैज ने मौके पर रेत के उंचे टीले देखकर कहा कि “यहां आने के बाद ऐसा लग रहा है, जैसे हम लोग छत्तीसगढ़ में नहीं राजस्थान में है।” आरोप लगाया कि सरकार के आदेश के बाद भी खनन माफिया खुलेआम रेत का अवैध भंडारण कर रेत की कालाबाजारी कर रहे हैं। प्रदेशभर में रेत के ऐसे अवैध भंडारण पर कार्रवाई करने के बजाय खनिज विभाग गिनती के रेत के वाहनों को पकड़कर खानापूर्ति की कार्रवाई में जुटी है। माइनिंग विभाग की इस आधी अधूरी कार्रवाई से सरकार की मंशा स्पष्ट है। जवाबदार अधिकारी और राजनीतिक लोग खनन माफिया को संरक्षण देने में जुटे हुए हैं। वरना ऐसे रेत के अवैध भंडार पर पहले ही कार्रवाई हो गयी होती।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने महासमुंद के बरबसपुर गांव में जिस रेत के अवैध भंडारण स्थल का निरीक्षण किया है, वहां दो दिन पहले माइनिंग विभाग ने छापा मारकर जुर्माने की कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि उक्त स्थल पर निजी भूमि पर आवेदनकर्ता को 8 हजार घन मीटर रेत भंडारण की वैधानिक अनुमति दी गयी थी। लेकिन भंडारणकर्ता ने वैध अनुमति से चार गुना ज्यादा रेत का अवैध भंडारण निजी के साथ ही शासकीय भूमि पर कर रखा था। माइनिंग विभाग की कार्रवाई में मौके पर 62 हजार घन मीटर रेत का भंडारण पाया गया। जिस पर खनिज विभाग ने भंडारणकर्ता पर 2 करोड़ 18 लाख के जुर्माने की कार्रवाई की है।
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(Udaipur Kiran) / चन्द्र नारायण शुक्ल
