
कोलकाता, 27 जून (Udaipur Kiran) । पूर्व सैनिकों और रक्षा कर्मियों के पेंशन संबंधी मुद्दों के त्वरित समाधान के उद्देश्य से दो दिवसीय रक्षा पेंशन समाधान आयोजन की शुरुआत शुक्रवार को कोलकाता स्थित विजय दुर्ग में हुई। यह कार्यक्रम शनिवार तक आयोजित हो रहा है और इसका संयुक्त रूप से आयोजन भारतीय सेना की पूर्वी कमान और प्रधान नियंत्रक रक्षा लेखा (पेंशन), प्रयागराज द्वारा किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पूर्व सैनिकों (ईएसएम), उनके आश्रितों, शहीद जवानों की विधवाओं और सेवानिवृत्त रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों को पेंशन से जुड़े मामलों में सीधे सक्षम अधिकारियों से जोड़ना है, ताकि उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जा सके।
इस आयोजन में तीनों सेनाओं के करीब 600 से अधिक पूर्व सैनिक, विधवाएं और आश्रित शामिल हुए। कार्यक्रम में रक्षा मंत्रालय के वित्तीय सलाहकार श्री सुगत घोष दस्तीदार विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
पूर्वी कमान के मुख्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहित मल्होत्रा, एवीएसएम, एसएम ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार और भारतीय सेना पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों की भलाई सेना की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए समयबद्ध समाधान, सुविधाओं तक पहुंच और बेहतर संपर्क सुनिश्चित करने हेतु सुनियोजित तंत्र स्थापित किए गए हैं।
कार्यक्रम स्थल पर पीसीडीए (पेंशन), प्रयागराज के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने दस्तावेजों की जांच, जटिल मामलों में परामर्श और पेंशन विसंगतियों के समाधान में सहायता प्रदान की। उनकी उपस्थिति से पारदर्शी, समयबद्ध और प्रभावी सेवा वितरण पर विशेष जोर स्पष्ट हुआ।
‘रक्षा पेंशन समाधान आयोजन’ जैसे कार्यक्रम भारतीय सेना की अपने पूर्व सैनिकों के प्रति प्रतिबद्धता, सम्मान और निरंतर देखभाल के संकल्प को दर्शाते हैं। इस तरह की पहलों से यह सुनिश्चित होता है कि हर पूर्व सैनिक और उनके परिवार को वह सम्मान, स्पष्टता और सहायता मिले जिसकी उन्हें पूरी तरह से पात्रता है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
