
उरई, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जालौन का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक बार फिर लापरवाही के आरोपों के घेरे में है। यहाँ इलाज कराने आए एक 60 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि एक प्रैक्टिस कर रहे छात्र द्वारा लगाए गए इंजेक्शन के बाद ही मरीज की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।
मृतक की पहचान राजकुमार (60) पुत्र स्वर्गीय मोती लाल, निवासी ग्राम हरीपुरा, थाना जालौन के रूप में हुई है। राजकुमार शुक्रवार की सुबह तबीयत खराब होने पर जालौन सीएचसी में इलाज के लिए लाए गए थे। परिजनों के अनुसार, अस्पताल में एक प्रैक्टिस कर रहे मेडिकल छात्र ने उन्हें एक इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगते ही मरीज की हालत अचानक बिगड़ गई और कुछ ही देर बार उनकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। अस्पताल परिसर में महिलाओं और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वे अस्पताल प्रशासन पर जानबूझकर लापरवाही बरतने और गैर-जिम्मेदाराना तरीके से इलाज करने का आरोप लगाते नजर आए।
एक परिजन ने बताया, हमें सही इलाज नहीं दिया गया। एक छात्र ने इंजेक्शन लगाया और उसके बाद मेरे पिता की हालत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने कोई सही जवाब नहीं दिया। यहाँ लापरवाही की पूरी खेल है। वहीं, इस पूरे मामले में सीएमओ डॉ एन डी शर्मा का कहना है घटना संज्ञान में आई है जांच कराई जाएगी।
—————
(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा
