
जोधपुर, 04 सितम्बर (Udaipur Kiran) । सांचोर की रहने वाली मूक बधिर महिला की शादी डेढ़ साल पहले मूक बधिर व्यक्ति से हुई थी। डेढ़ साल से बच्चा नहीं होने पर यहां जोधपुर में वह अपनी ननद के पास में इलाज के लिए आई। निजी चिकित्सालय में इनफरलिटी इलाज चल रहा था। दो दिन पहले उसकी अचानक से तबीयत बिगडऩे पर एक अन्य निजी चिकित्सालय ले जाया गया। जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत बता दिया। मृतका के पिता ने बेटी को दहेज के प्रताडि़त किए जाने का आरोप लगाते हुए भगत की कोठी थाने में रिपोर्ट दी। मृतका का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया है। अग्रिम अनुसंधान एसीपी पश्चिम छवि शर्मा की तरफ से जारी है।
भगत की कोठी थानाधिकारी राजीव भादू ने बताया कि मूलत: सांचोर जिले के राजीव नगर केरवी निवासी शैतानराम की पुत्री 25 वर्षीय संगीता की शादी पाली के रोहिट क्षेत्र में हो रखी थी। वह मूक बधिर होने से उसकी शादी भी मूक बधिर से हुई थी। मगर उसके कोई संतान नहीं होने पर उसके इलाज के लिए वह 15-20 दिन पहले अपनी ननद करणी नगर भगत की कोठी आई थी। उसका यहां जोधपुर में बच्चा नहीं होने पर इलाज चल रहा था। दो दिन पहले उसकी अचानक से तबीयत बिगड़ गई। इस पर ननद और उसके परिवार के लोग सरस्वती नगर स्थित एक निजी अस्पताल लेकर गए। जहां हालत क्रिटिकल बताने पर उसे तत्कान बासनी स्थित एक अन्य निजी अस्पताल ले जाया गया। मगर यहां पहुंचने पर उसे डॉक्टर ने चेक कर मृत बता दिया।
थानाधिकारी राजीव भादू ने बताया कि मृतका संगीता के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा परिजन को सुपुर्द किया गया है। वहीं उसके पिता का आरोप है कि उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किए जाने के साथ ससुराल वाले मिलने जुलने नहीं देते थे। मामले में अब अग्रिम जांच एसीपी पश्चिम छवि शर्मा की तरफ से की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / सतीश
