
रामगढ़, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के दौरान सीपीआर कितना महत्वपूर्ण है। इसका अंदाजा आम नागरिकों को भी लगने लगा है। कोविड के दौर के बाद जिस तरीके से कार्डियक अरेस्ट लोगों की मौत की वजह बन रहा है, वह एक गंभीर मुद्दा बन गया है। रामगढ़ जिले के विद्यालयों पंचायत सचिवालय और यहां तक की आम नागरिकों को सीपीआर की ट्रेनिंग देने के लिए रामगढ़ डीसी फ़ैज़ अक अहमद मुमताज अभियान चला रहे हैं। उनके निर्देश पर रामगढ़ जिले में दो लाख लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। 15 अगस्त तक एक लाख लोगों को इसकी ट्रेनिंग देने की बात भी कही जा रही है। इस अभियान को जिले में जोर-जोर से चलाया जा रहा है।
प्रशिक्षण को लेकर दर्जनों क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित
इसी क्रम में शुक्रवार को दुलमी प्रखंड अंतर्गत होनहे, उसरा, गोला प्रखंड अंतर्गत ऊपरबरगा, सासो काला, मगनपुर, पतरातू प्रखंड अंतर्गत पटेल नगर, सुंदर नगर, भुरकुंडा, जवाहर नगर, देवरिया बस्ती, चिकोर, लपंगा, चितरपुर प्रखंड अंतर्गत भुचुंगडीह, मरांग मर्चा, मांडू प्रखंड अंतर्गत बड़का चुंबा, तापीन, केदला मध्य, ओरला, कीमो, आरा उत्तरी के पंचायत सचिवालय सहित रामगढ़ जिला अंतर्गत विभिन्न विद्यालयों में अनुभवी चिकित्सकों और जिला स्तर से तैयार किए गए मास्टर ट्रेनरों ने ग्रामीण, आम लोग और विद्यार्थियों को आकस्मिक स्वास्थ्य परिस्थितियों में सीपीआर देने एवं फर्स्ट एड उपयोग को लेकर विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
साथ ही लोगों को प्रैक्टिकल कराकर भी आकस्मिक परिस्थितियों में कार्य करने को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान लोगों को आकस्मिक स्वास्थ्य परिस्थितियों जैसे कार्डियक अरेस्ट, चोकिंग, ब्लीडिंग, बर्न, फ्रैक्चर, वज्रपात, डूबना, शॉक, सांप का काटना और दुर्घटना जैसी परिस्थितियों में कार्य करने को लेकर प्रशिक्षण दिया गया एवं सभी की दुविधाओं को दूर किया गया।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
