
कोलकाता, 10 सितम्बर (Udaipur Kiran) कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज कांड की पीड़िता की मां पर कथित पुलिस हमले की जांच डीसी स्तर के अधिकारी से कराने का आदेश दिया है।
सुनवाई के दौरान बुधवार को, न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष ने इस मामले को संवेदनशील करार दिया और कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा को एक उपायुक्त रैंक के अधिकारी को जांच सौंपनें का निर्देश दिया।
अदालत ने स्पष्ट किया कि जांच अधिकारी निजी अस्पताल की रिपोर्ट और इलाज के विवरण का परीक्षण करेंगे। यदि आवश्यक हुआ तो प्राथमिकी दर्ज करेंगे और यह भी देखेंगे कि इस घटना में कोई दंडनीय अपराध हुआ है या नहीं। अपराध न पाए जाने पर मामले को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अनुमति से बंद किया जाएगा।
न्यायमूर्ति ने इस घटना पर न्यू मार्केट थाने और शेक्सपियर सरणी थाने की रिपोर्टों पर असंतोष जताया और कहा कि गहन जांच जरूरी है। अदालत में यह याचिका दायर की गई थी कि 09 अगस्त को सचिवालय अभियान के दौरान पुलिस ने पीड़िता की मां को पीटा था।
उल्लेखनीय है कि, 09 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या की पहली बरसी पर हुए सचिवालय अभियान में भारी हिंसा हुई थी। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन्हें और उनके पति को आंदोलन में शामिल होने पर पीटा। वहीं, 12 अगस्त को कोलकाता पुलिस ने अपने बयान में कहा था कि इस तरह की पिटाई का कोई सबूत नहीं मिला है। ——————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
