
कठुआ, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय स्तर की पहलों के साथ तालमेल बिठाने के एक ठोस प्रयास के तहत डीसी कठुआ राजेश शर्मा ने सोमवार को आगामी सेवा पर्व और स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियानों की तैयारियों की समीक्षा और अंतिम रूप देने के लिए जिला अधिकारियों की एक व्यापक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में सभी प्रखंडों और पंचायतों में स्वास्थ्य, स्वच्छता, सेवा वितरण और वित्तीय समावेशन जैसे प्रमुख क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए एक एकीकृत योजना विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। निर्बाध समन्वय के महत्व पर जोर देते हुए उपायुक्त शर्मा ने सभी विभागों को इन कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए तालमेल से काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये पहल शासन को लोगों के और करीब लाने, समावेशी विकास सुनिश्चित करने और जिले में सांस्कृतिक रूप से निहित पोषण प्रथाओं को बढ़ावा देने का एक प्रमुख अवसर हैं। सेवा पर्व के तहत उपायुक्त ने समुदाय-केंद्रित गतिविधियों की एक श्रृंखला के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए। बीडीओ और नगर पालिका के सीईओ को सभी पंचायतों और शहरी वार्डों में व्यापक स्वच्छता अभियान शुरू करने का निर्देश दिया गया। साथ ही उन्हें सामुदायिक वृक्षारोपण अभियान और विभिन्न नागरिक सेवाओं के बारे में जागरूकता अभियान भी चलाने हैं। इसी प्रकार उन्होंने जिला वन अधिकारियों को सामुदायिक वृक्षारोपण अभियान शुरू करने के लिए कहा। डिग्री कॉलेजों और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों सहित शैक्षणिक संस्थानों को पुस्तकों और स्टेशनरी के लिए दान अभियान आयोजित करने, परिसर का सौंदर्यीकरण करने और छात्रों के लिए स्वैच्छिक अतिरिक्त कक्षाओं की व्यवस्था करके सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया गया।
इसके अलावा समाज कल्याण विभाग को समाज के कमजोर वर्गों से जुड़कर सामाजिक कार्यों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। इसमें वृद्धाश्रमों और अनाथालयों का दौरा करना, बुजुर्गों से बातचीत करना, व्हीलचेयर और श्रवण यंत्र जैसे सहायक उपकरण दान करना और जरूरतमंदों के लिए सामुदायिक भोजन का आयोजन करना शामिल है। स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के संबंध में उपायुक्त ने महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण के बारे में विस्तार से बताया। यह लक्ष्य व्यापक आउटरीच कार्यक्रमों, स्वास्थ्य जांच शिविरों, पोषण परामर्श, तथा एनीमिया रोकथाम, मातृ स्वास्थ्य और मासिक धर्म स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता सत्रों के माध्यम से प्राप्त किया जाएगा, जिसमें स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सक्रिय भागीदारी होगी।स्वास्थ्य सेवाओं और वित्तीय साक्षरता को मजबूत करने के लिए, स्वास्थ्य विभाग को सभी प्रखंडों में स्वास्थ्य जाँच और रक्तदान अभियान आयोजित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में यह भी बताया गया कि प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय शुभारंभ के साथ ही, 17 सितंबर को एसडीएच पैरोल पर एक जिला-स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, ताकि अधिकतम सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। यह सुनिश्चित करने के लिए कि संदेश प्रत्येक नागरिक तक पहुँचें, सूचना विभाग को पारंपरिक और सोशल मीडिया, दोनों माध्यमों का उपयोग करते हुए एक सशक्त प्रचार अभियान चलाने का निर्देश दिया गया। अन्य संबंधित विभागों को भी पीएम-किसान, आयुष्मान भारत – पीएमजेएवाई, पीएम जन-धन योजना, पीएम अटल पेंशन योजना और अन्य वित्तीय समावेशन पहलों जैसी प्रमुख योजनाओं पर जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए। गौरतलब है कि राष्ट्रव्यापी नागरिक-केंद्रित पहल, सेवा पर्व, जिले में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। साथ ही स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक एक महीने तक चलेगा। बैठक में एडीसी कठुआ विश्वजीत सिंह, मुख्य योजना अधिकारी रंजीत ठाकुर, एसीडी अखिल सदोत्रा और अन्य जिला प्रमुख उपस्थित थे, जबकि एडीसी और एसडीएम वर्चुअल रूप से शामिल
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
