
– व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के दिए निर्देश, जनसहयोग से रेन बसेरा बनाने पर हुई चर्चा
दतिया, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के दतिया जिले में कलेक्टर स्वप्निल वानखडे ने गुरुवार को जिला चिकित्सालय पहुंचकर आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान कई खामियाँ उजागर हुई, जिस पर कलेक्टर ने गंभीर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।
कलेक्टर वानखडे के जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर की साफ-सफाई मानक के अनुरूप नहीं पाई गई, जिस पर उन्होंने सिविल सर्जन को फटकार लगाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि सुबह और शाम दोनों समय साफ-सफाई की स्थिति चाक-चौबंद रहनी चाहिए। कलेक्टर द्वारा अस्पताल में फैली गंदगी को देखते हुए सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि सेडमेप से भर्ती होने तक अस्थायी श्रमिक लगाकर, उनका भुगतान सीएमओ द्वारा कराने के निर्देश। जिससे अस्पताल परिसर में समय समय पर साफ सफाई हो सके।
कलेक्टर वानखड़े ने एनआरसी में बेड संख्या बढ़ाने को लेकर चर्चा की, ताकि बच्चों को बेहतर उपचार मिल सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए जो भी मदद प्रशासन की तरफ से की जा सकेगी वो हम पूरी निष्ठा के साथ करेंगे। उन्होंने लेबर रूम भवन में लिफ्ट व्यवस्था तत्काल दुरुस्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नए ओपीडी भवन के प्रवेश द्वार पर लगभग 100 वाहनों की पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित करने और बैरिकेटिंग करवाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को जिला चिकित्सालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि पशु चिकित्सालय की पुरानी बिल्डिंग कंडम हो चुकी। उन्होंने कलेक्टर से वहाँ नवीन ओपीडी भवन के लिए पार्किंग बनवाने की बात कही, जिस पर कलेक्टर ने नगर पालिका एवं पीडब्ल्यूडी के माध्यम से बिल्डिंग को तुड़वाकर भूमि को समतल कर पार्किंग बनाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने जनसहयोग से रैन बसेरा निर्माण की पहल पर चर्चा भी की। कैंटीन की समस्या को ध्यान में रखते हुए वानखड़े ने कहा कि समूह द्वारा कैंटीन संचालन व ट्रॉमा सेंटर के पास शेड निर्माण तक कार्य करवाया जाए। कलेक्टर ने सीएमओ को निर्देश देते हुए कहा कि चोक पाइप को तत्काल साफ कराया जाये। कलेक्टर द्वारा दवा वितरण केंद्र के लिए बने काउंटर्स का निरीक्षण किया और मरीज़ों से चर्चा कर पूछा कि निःशुल्क दवा प्राप्त करने में कोई परेशानी तो नहीं आ रही है।
कलेक्टर ने इंदरगढ़ अस्पताल में पर्याप्त सुविधाएँ होने के बावजूद बड़ी संख्या में मरीजों को जिला चिकित्सालय रेफर किए जाने पर बीएमओ पर कड़ी नाराज़गी जताई और कहा कि अपने कर्तव्य में इस प्रकार की लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही के लिए तैयार रहें। बेवजह मरीजों को इतनी दूर से रेफर कर परेशान नहीं किया जाएगा। यदि हाइरिस्क की स्थिति बनती है तो ही जिला चिकित्सालय में रेफर किया। कलेक्टर ने सर्जिकल आईसीयू, बर्न यूनिट, लेबर रूम और नए ओपीडी भवन का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएँ जानीं और मरीजों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन उनकी हर सुविधा सुनिश्चित करेगा। उन्होंने डॉक्टरों और स्टाफ को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह का आकस्मिक निरीक्षण लगातार जारी रहेगा।
कलेक्टर वानखड़े ने निरीक्षण उपरांत अस्पताल में भर्ती अपने पिता से मिलने पहुंचे जिनका आज ही जिला चिकित्सालय में सफल ऑपरेशन हुआ है। उन्होंने चिकित्सालय की सारी टीम को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया की जिला प्रशासन एवं चिकित्सालय की पूरी टीम मरीजों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं एवं सेवा प्रदान करने में पूरी निष्ठा के साथ तत्पर होकर खड़ी है।
(Udaipur Kiran) तोमर
