
रांची, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार(झालसा) के निर्देश पर न्यायायुक्त के मार्गदर्शन में टॉरियन वर्ल्ड स्कूल, तुपुदाना, में छात्र-छात्राओं के लिए डॉन अभियान के तहत नशा मुक्ति पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को किया गया।
लाइफ सेवर्स के अतुल गेरा, एलएडीसीएस डिपूटी चीफ राजेश कुमार सिन्हा और एनसीबी के आनंद, मनोहर मंजूल, सीआईडी के एसआई रिजवान अंसारी, ड्रग्स कन्ट्रोल विभाग के स्वपनिल निखिल, रोटरी क्लब से, रथिन भद्र, पीएलवी पीके उपाध्याय, भारती शाहदेव, पिंकू कुमारी, टॉरियन वर्ल्ड स्कूल की शिक्षक-शिक्षिकाएं, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम में एलएडीसीएस अधिवक्ता राजेश कुमार सिन्हा ने कहा कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 47 राज्य को निर्देशित करता है कि वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मादक पेय और नशीली दवाओं के सेवन को औषधीय उद्देश्यों को छोड़कर, समाप्त करने का प्रयास करेगा। अफीम या पोस्ता के उत्पादन या कब्ज़े पर एनडीपीएस अधिनियम 1985 के तहत मात्रा के आधार पर 20 साल तक के कठोर कारावास और दो लाख रूपये के जुर्माने की सजा हो सकती है।
मृत्युदंड तक की सजा का प्रावधान
उन्होंने कहा कि बार-बार अपराध करने पर मृत्युदंड तक दिया जा सकता है। कांके के पुनर्वास केंद्रों के साथ-साथ एनजीओ भी नशा करने वालों को ठीक करने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि सीआईपी और रिनपास में जिला विधिक सेवा प्राधिकार का लिगल एड क्लिनिक है, जहां वैसे नशा करनेवाले व्यक्तियों को ईलाज किया जाता है। इसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार सहायता देती है। सिन्हा ने नालसा टॉल फ्री नम्बर के बारे में भी जानकारी दी।
छात्र-छात्राओं को जागरूक करना बेहद जरूरी : गेेरा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अतुल गेरा ने बताया कि नशा हमारे देश को कैसे खोखला कर रहा है और नशा से बचने के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक करना बेहद जरूरी है। नशा के पेडलर युवक और छात्रों को इस व्यवसाय में आसानी से उपयोग करते हैं, जिससे हमलोगों को सचेत रहना होगा।
एनसीबी के मनोहर मंजूल ने कहा कि झारखंड में इस नशे की समस्या को रोकने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हगृह मंत्रालय ने पिछले महीने मादक द्रव्यों के सेवन से संबंधित किसी भी संदेह की जानकारी देने के लिए आम जनता के लिए मानस हेल्पलाइन (टोल फ्री नं. 1933) स्थापित की है।
वहीं सीआईडी के रिजवान अंसारी ने मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित जानकारी दी और मादक पदार्थों की तस्करी में बच्चों और युवकों को कैसे उपयोग में लिया जा रहा है। इससे बचने के लिए उन्होंने छात्रों को बताया।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
