RAJASTHAN

भारत में कुपोषण और अति-पोषण की समसामयिक चुनौती – प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल

भारत में कुपोषण और अति-पोषण की समसामयिक चुनौती – प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल

अजमेर, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर के कुलपति प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल ने आहार, पर्यावरण, आध्यात्म और राष्ट्रीय समृद्धि के बीच गहरे संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अन्नं ब्रह्म की भारतीय परंपरा आज भी स्वास्थ्य और समग्र विकास की मूल आधारशिला है।

प्रो अग्रवाल गुरुवार को राष्ट्रीय पोषण दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि भारत आज दोहरी चुनौतियों कुपोषण और अति-पोषण का सामना कर रहा है। इससे निपटने के लिए संतुलित आहार, सतत उपभोग और भोजन की बर्बादी रोकने की दिशा में जन-जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विभागीय उपलब्धियों के समुचित दस्तावेजीकरण पर भी जोर देते हुए कहा कि इससे विश्वविद्यालय के योगदान को सही परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया जा सकेगा।

कुलपति ने उल्लेख किया कि यह आयोजन खेजड़ी दिवस और स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण की वर्षगांठ के अवसर पर हुआ है, जो पर्यावरणीय सम्मान और भारत की आध्यात्मिक विरासत दोनों का प्रतीक है। उन्होंने विकसित भारत और संपोषित भारत जैसे राष्ट्रीय लक्ष्यों के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को दोहराया।

कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने समुदाय में पोषण जागरूकता फैलाने के लिए दो नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए। कुलपति ने पोषण रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की।

समापन सत्र में अतिथि प्राध्यापिका सुश्री क्षिप्रा जैन ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा तथा शोध छात्रा सुश्री अपूर्वा शर्मा ने संचालन किया। कार्यक्रम में प्रो. अरविंद पारीक, प्रो. सुभाष चंद्र, प्रो. सुभ्रतो दत्ता, प्रो. प्रवीण माथुर, प्रो. मोनिका भटनागर, प्रो. शिवदयाल सिंह, प्रो. भारती जैन, डॉ. आशीष पारीक, सुश्री नेहा शर्मा, डॉ. राजू शर्मा सहित अनेक शिक्षक-कर्मचारी उपस्थित रहे।

—————

(Udaipur Kiran) / संतोष

Most Popular

To Top