धर्मशाला, 24 सितंबर (Udaipur Kiran News) । हिमाचल प्रदेश की पर्यटन सोसाइटी द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर चल रहे सप्ताहभर के कार्यक्रमों के तीसरे दिन, धलूं ग्राम पंचायत में पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित महत्वपूर्ण गतिविधियों का आयोजन किया गया। यह आयोजन धौलाधार परिसर के पर्यटन, यात्रा एवं आतिथ्य प्रबंधन विद्यालय के छात्रों, शोधार्थियों, संकाय सदस्यों तथा स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कुलपति प्रो. (डॉ.) सत प्रकाश बंसल मुख्य रूप से मौजूद रहे। वहीं ग्राम पंचायत धलूं की प्रधान आशा देवी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उनके साथ पंचायत के वरिष्ठ नागरिक, महिला मंडल की सदस्य, पंचायत प्रतिनिधि, और बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी शामिल हुए।
पौधारोपण अभियान के तहत एक पेड़ मां के नाम दिनभर की गतिविधियों का पहला चरण था, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पेड़ मां के नाम पहल की भावना से प्रेरित था। कुलपति प्रो. बंसल ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रकृति हमारे अस्तित्व का आधार है और वृक्ष न केवल जीवनदायी हैं बल्कि वे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी पवित्र माने जाते हैं। पर्यटन और सतत रूपांतरण तभी संभव है जब हम पर्यावरण के साथ संतुलित संबंध बनाए रखें। उन्होंने पहला पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
वहीं पंचायत प्रधान आशा देवी ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय और पंचायत के बीच सहयोग की सराहना की और कहा कि आज यह अभियान केवल वृक्ष लगाने का प्रयास नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और हरित भविष्य का वचन है। दिनभर चलने वाले इस अभियान में विश्व विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों और संकाय ने ग्रामवासियों के साथ मिलकर पौधे लगाए। इसमें फलदार, छायादार और स्थानीय प्रजातियों के पौधे शामिल थे। छात्रों ने यह संकल्प भी लिया कि इन पौधों की देखभाल वे निरंतर करेंगे और समय-समय पर ग्राम का दौरा कर उनकी स्थिति का आकलन करेंगे।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
