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अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी युग की शुरुआत

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 18 जुलाई को व्हाइट हाउस में जीनियस एक्ट (पहले प्रमुख संघीय कानून) पर हस्ताक्षर किए। यह स्टेबल कॉइन क्रिप्टोकरेंसी के लिए नियामक ढांचा विकसित करेगा। फोटो-इंटरनेट मीडिया

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे नियंत्रित करने वाले पहले प्रमुख संघीय कानून पर हस्ताक्षर किए

वाशिंगटन, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । दुनियाभर की अर्थव्यवस्था के इतिहास में शुक्रवार को संयुक्त राज्य अमेरिका में क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत हुई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्हाइट हाउस में जीनियस अधिनियम (पहले प्रमुख संघीय कानून) पर हस्ताक्षर करने के साथ देश क्रिप्टोकरेंसी के युग में प्रवेश कर गया। प्रतिनिधि सभा ने गुरुवार को जीनियस अधिनियम (प्रमुख संघीय क्रिप्टोकरेंसी विधेयक) को द्विदलीय समर्थन से पारित किया। सीनेट ने एक महीने पहले ही इसे मंजूरी दी थी।

एबीसी न्यूज के अनुसार, ट्रंप का परिवार शुरू से क्रिप्टोकरेंसी का पक्षधर रहा है। राष्ट्रपति की प्रमुख प्राथमिकता वाला यह विधेयक स्टेबलकॉइन (विशिष्ट प्रकार की डिजिटल मुद्रा) को और अधिक सुलभ और मुख्यधारा में लाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। ट्रंप कई बार सार्वजनिक मंचों पर इसके महत्व की चर्चा कर चुके हैं। सनद रहे राष्ट्रपति ट्रंप ने इस साल की शुरुआत में अपना क्रिप्टो मीम कॉइन लॉन्च किया था।

ट्रंप ने हस्ताक्षर करने के बाद कहा, मैंने वादा पूरा किया। मैंने कहा था कि हम संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाएंगे। मैंने वह करके दिखा दिया। ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि स्टेबलकॉइन ऐसी क्रिप्टोकरेंसी होगी जिसका मूल्य अमेरिकी डॉलर जैसी स्थिर संपत्ति जैसा होगा। जीनियस अधिनियम बैंकों और अन्य संस्थाओं के लिए इन कॉइन्स को जारी करना आसान बनाता है। इससे इन संपत्तियों में जनता का विश्वास बढ़ेगा। साथ ही उद्योगों का समग्र विकास भी होगा।

राष्ट्रपति ट्रंप ने कांग्रेस से कहा था कि वह अगस्त तक इस ऐतिहासिक विधेयक को मंजूर कर उनके पास भेजे। प्रतिनिधि सभा की वित्तीय सेवा समिति के अध्यक्ष रिपब्लिकन प्रतिनिधि फ्रेंच हिल ने कहा कि हमने ट्रंप की इच्छा का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक सदन में रिपब्लिकन सदस्यों के बीच नौ घंटे तक चली बहस के बाद 308 बनाम 122 मतों से पारित हो गया। बताया गया है कि कई डेमोक्रेट्स ने भी इस विधेयक का समर्थन किया।

हालांकि हाउस फाइनेंशियल सर्विसेज कमेटी की वरिष्ठ सदस्य डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि मैक्सिन वाटर्स ने इस विधेयक की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे ट्रंप परिवार से जुड़ी एक कंपनी को फायदा होगा। उसने हाल ही में अपना स्टेबलकॉइन लॉन्च किया है। उन्होंने कहा कि ट्रंप परिवार से जुड़ी कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल एक क्रिप्टो उद्यम में 60 फीसद हिस्सेदारी रखती है।

वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल ने पूर्व में जारी बयान में कहा था कि उसका अमेरिकी सरकार से कोई संबंध नहीं है। वह निजी कंपनी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि इससे किसी के हित नहीं सधेंगे। ट्रंप की संपत्ति को अब उनके बच्चों की है। आलोचकों का कहना है कि ट्रंप और उनका परिवार क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में पूरी तरह से डूब गए हैं। क्रिप्टो समर्थक इसे अपनी बड़ी जीत मान रहे हैं। उन्होंने इसे वैधता दिलाने के लिए लंबे समय से इस तरह के नियामक ढांचे की पैरवी की है। इस अवसर पर ट्रंप ने कहा कि यह हस्ताक्षर आपकी कड़ी मेहनत का नतीजा है।

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(Udaipur Kiran) / मुकुंद

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