
देहरादून, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । श्री बदरीनाथ धाम स्थित ब्रह्म कपाल में श्राद्ध पक्ष के आखिरी दिन बड़ी संख्या में देश विदेश से श्रद्धालु धाम पहुंचे और पूर्वजों का श्राद्ध तर्पण किया। सभी पितृजनों को स्मरण कर श्रद्धांजलि दी गयी। इसी के साथ 7 सितंबर से शुरू हुआ पितृ पक्ष का आज समापन हो गया है।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम में पितृपक्ष के दौरान 48 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये, वही कपाट खुलने से अभी धाम में 13,62,278 श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। सोमवार 22 सितंबर से बीकेटीसी भी धाम में शारदीय नवरात्र पर्व पर विशेष पूजन किया जायेगा। मंदिर परिसर में घट स्थापना के साथ नौ दिन महानवमी 2 अक्टूबर तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना संपन्न होगी।
ब्रह्म कपाल में आज सर्व पितृ आमावस्या पर चहल पहल रही लोगों ने पवित्र अलकनंदा स्थित गांधीघाट पर स्नान किया तथा पित्रों के श्राद्ध तर्पण के साथ सर्व पितृ अमावस्या पर पित्रों का स्मरण किया ब्रह्म कपाल के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित वीरेंद्र हटवाल ने बताया कि सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व है इस दिन ब्रह्म कपाल ज्ञात अज्ञात सभी पितृ जनों का श्राद्ध किया गया जिनकी श्राद्ध तिथि पता नही है अथवा यह भी ज्ञात न हो कि अमुक की मृत्यु किस तिथि पर हुई इसे महालय श्राद्ध भी कहा जाता है सर्वपितृ अमावस्या के दिन से सभी पितृ इस भूलोक को छोड़कर पुनः सद्गति प्राप्त कर परलोक को चले जाते है।
आज इस अवसर पर ब्रह्मकपाल में तीर्थ पुरोहित वीरेंद्र हटवाल, संजय हटवाल, सुधीर हटवाल, अरविंद हटवाल, प्रमोद हटवाल, श्री बदरीश पंडा पंचायत अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी, उपाध्यक्ष सुधाकर बाबुलकर, सचिव रजनीश मोतीवाल, कोषाध्यक्ष अशोक टोडरिया तीर्थ पुरोहित रमेश रैवानी, सुब्रांशु जोशी प्रियांशु बाबुलकर आदि मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
