Jharkhand

जगन्नाथपुर मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जमकर की खरीदारी

मेले में बिकने आए रंग बिरंगे पक्षी
मेला लगा तरह-तरह का झूला
मेला में ठेला-खोमचा की दुकानों की तस्‍वीर

रांची, 27 जून (Udaipur Kiran) । राजधानी के जगन्नाथपुर में लगे ऐतिहासिक मेले के पहले दिन भगवान जगन्नाथ का रथ खींचने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े । लोगों का उत्साह और जोश देखते ही बनता था। इसके पूर्व श्रद्धालुओं ने मेले में पारंपरिक और गृहपयोगी चीजों की जमकर खरीदारी की और मेला में लगे झूले का आनंद उठाया।

मेले में पारंपरिक हथियार तलवार, भाला, तीर-धनुष, गृहपयोगी चीजें पईला, खुरपी, दाउली, मांदर, ढोल, नगाडा, झंझरा, कुमनी, मछली मारने का जाल, बंशी, श्रृंगार प्रसाधन की सामग्री, खिलौने, सजावट के सामान, पूजा सामग्री, तरह-तरह के झूले, मौत का कुआं, चाट और फुचका का ठेला सहित अन्य चीजों की दुकानें लगाई गई हैं।

12 सौ प्रति जोडा बिक रहा लव बर्ड-

मेले में रंग-बिरंगी पक्षियों की भी बिक्री हो रही है। मेला में लव बर्ड की कीमत 12 सौ रुपये प्रति जोडा है। वहीं ललमुनिया नामक पक्षी के एक जोडे की कीमत चार सौ रुपये, तोते की प्रति जोडे की कीमत 12 सौ रुपये, जावा नामक पक्षी 12 सौ रुपए में एक जोडा तथा बजरी पक्षी की कीमत छह सौ रुपये प्रति जोडा है।

आठ से 16 सौ रुपये में बिक रहा जाल-

मेले में मछली मारने वाले जाल की बिक्री आठ से 12 सौ रुपये में बिक्री की जा रही है। दुकानदार परशुराम ने बताया कि पहले दिन बिक्री खास नहीं है, लेकिन उन्हें उम्मीहद है कि मेले के दौरान अच्छी बिक्री होगी। उन्होंने बताया कि जगन्नाथपुर मेले में हर वर्ष उनके जाल की अच्छी् बिक्री होती है। इस बार भी उन्हें उम्मीरद है कि मेले में अच्छी बिक्री होगी।

कई संगठनों ने लगाया स्वागत शिविर-

समाजिक संगठनों ने लगाया स्वाेगत शिविर

रथ मेले में कई समाजिक संगठनों की ओर से स्वागत शिविर लगाया गया है। इनमें शिवयोग सेवा केंद्र पर श्रद्धालुओं में निशुल्‍क फल और शर्बत बांटा गया। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वाागत शिविर में खिचड़ी का वितरण किया गया। इसके अलावा दि होम्योपैथिक मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की रांची इकाई की ओर से श्रद्धालुओं की तकलीफ पूछकर उनमें निशुल्क दवा का वितरण किया गया। यहां लोगों की अधिक भीड़ देखी गई। कई लोग अपनी तकलीफ बताकर दवा ले गए। साथ ही सरना विकास समिति, धुर्वा, आदिवासी सरना समिति जगन्नाथपुर की ओर से स्वाागत शिविर लगाया गया।

मौत का कुआं और झूलों की दिवानगी-

मेले में मौत का कुआं और कई तरह के झूलों पर चढने के लिए लोगों की दिवानगी देखी गई। विशेषकर बच्‍चे, युवतियां और महिलाओं में झूले पर चढने का काफी क्रेज देखने को मिला। सबसे अधिक भीड़ मौत का कुआं देखनेवालों की रही। जलपरी शो नामक मौत का कुआं के शो के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपये में टिकटों की बिक्री हो रही थी। वहीं कई तरह के झूलों में ब्रेक डांस, बडा झूला सहित कई तरह के झूले का लोगों ने आनंद उठाया।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

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