यरूशलम, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कई देशों द्वारा फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता दिए जाने पर उन्हें करारा जवाब दिए जाने की प्रतिबद्धता जताई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नेतन्याहू ने एक वीडियो बयान में कहा, आप आतंकवाद को बहुत बड़ा इनाम दे रहे हैं और मेरे पास आपके लिए एक और संदेश है। ऐसा नहीं होगा। जॉर्डन नदी के पश्चिम में कोई फ़िलिस्तीनी राज्य नहीं होगा। वर्षों से मैंने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी दबाव के बावजूद इस आतंकवादी राज्य की स्थापना को रोका है। हमने यह दृढ़ संकल्प और कूटनीतिक बुद्धिमत्ता के साथ किया है।
उन्होंने कहा कि इजराइल ने यहूदिया और सामरिया में यहूदी बस्तियों को दोगुना कर दिया है और ऐसा हाेता रहेगा। हमारी धरती के मध्य में एक आतंकवादी राज्य थोपने के नवीनतम प्रयास का जवाब मेरे अमेरिका से लौटने के बाद दिया जाएगा। इंतज़ार कीजिए।
इस बीच सीएनएन टीवी चैनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक नेतन्याहू ने कहा कि इज़राइल संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर हमारे विरुद्ध किए जा रहे निंदनीय प्रचार के साथ फ़िलिस्तीनी राज्य बनाने के आह्वान के विरुद्ध संघर्ष करेगा क्याेंकि यह हमारे अस्तित्व को ख़तरे में डालेगा और आतंकवाद के लिए एक पुरस्कार होगा। उन्होंने वादा किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय आने वाले दिनों में इस मामले पर इजराइल से बात करेगा।
इस बीच एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और पुर्तगाल ने द्वि-राज्य समाधान को बढ़ावा देने के इरादे से रविवार को एक फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता दे दी जिसके बाद इज़राइल की ओर से यह तीखी प्रतिक्रिया हुई।
रिपोर्ट के अनुसार पारंपरिक रूप से इज़राइल के साथ गठबंधन में रहे इन चार देशों के इस फैसले ने उन्हें 140 से ज़्यादा उन अन्य देशों के साथ जोड़ दिया है जो फ़िलिस्तीनियों की कब्जे वाले क्षेत्रों से अलग एक स्वतंत्र देश बनाने का समर्थन कर रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
