
जींद, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । रेलवे जंक्शन के निकट बन रहे हाइड्रोजन प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में चल रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो अगस्त महीने में ही जींद से सोनीपत के लिए हाइड्रोजन गैस से ट्रेन चलती दिखाई देगी। इसे लेकर रेलवे डीआरएम सहित अन्य रेलवे के उच्च अधिकारी निरीक्षण कर दिशा-निर्देश दे चुके हैं।
गौरतलब है कि रेलवे जंक्शन के पास बनाए जा रहे प्लांट में लगभग तीन हजार किलोग्राम हाइड्रोजन गैस का भंडारण किया जा सकेगा। प्लांट को रोजाना 40 हजार लीटर पानी की जरूरत होगी। वहीं स्टेशन की छताे का पानी भी प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन आठ से दस डिब्बों की होगी। यह हाइब्रिड ट्रेन होगी। इसमें अक्षय ऊर्जा भंडारण जैसी बैटरी या सुपर कैपेसिटी लगी होंगी। इंजन में डीजल की जगह हाइड्रोजन और ऑक्सीजन डाली जाएगी। आक्सीजन की मदद से हाइड्रोजन नियंत्रित ढंग से जलेगी और इस ताप से बिजली पैदा होगी।
पिछले दिनों नई दिल्ली डीआरएम डिविजन रेलवे मैनेजर पुष्पेश आर त्रिपाठी हाइड्रोजन प्लांट के निरीक्षण के लिए जींद जंक्शन पर पहुंचे थे। उन्होंने स्पष्ट किया था कि इस प्लांट को अगस्त महीने में चालू किया जाना है और इसी महीने इसका शुभारंभ किया जाए। इसको लेकर डीआरएम पूरे अमले के साथ बारीकी से प्लांट का निरीक्षण किया था। उन्होंने प्लांट के आसपास एरिया से लेकर उपकरणों तक जानकारी हासिल की थी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्लांट की डेडलाइन पूरी हो चुकी है। इसका कार्य अगस्त महीने में पूरा किया जाए ताकि इसको समय पर चालू करवाया जा सके। डीआरएम ने कहा कि हाइड्रोजन से चलने वाली ट्रेन का निर्माण चेन्नई में किया गया है। चेन्नई में बन रही ट्रेन को जींद लाया जाएगा। इसके बाद ट्रेन का ट्रायल लिया जाएगा और उसके बाद सुचारू रूप से जींद से सोनीपत के बीच आवागमन शुरू होगा।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
