बीस वर्षों से नहीं हुआ निर्माण, जिला पंचायत व पीडब्ल्यूडी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे
औरैया, 08 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सभी सड़कों को गड्ढा-मुक्त करने के निर्देश दिए, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते सहार ब्लॉक क्षेत्र की एक प्रमुख सड़क की हालत बदतर बनी हुई है। औरैया–कन्नौज मार्ग के पुर्वा तरा सामुदायिक केंद्र सहार से पुर्वा कड़ा होते हुए सबलपुर की पुलिया तक लगभग पांच किलोमीटर लंबी सड़क का तीन किलोमीटर हिस्सा पहले डामरीकरण किया गया था, जो अब पूरी तरह गड्ढों में बदल चुका है। शेष दो किलोमीटर कच्चा मार्ग है, जिस पर पैदल निकलना भी मुश्किल है।
यह मार्ग लहरापुर, सहायल होते हुए ब्लॉक सहार और तहसील बिधूना तक का सबसे पुराना और सुविधाजनक रास्ता है। ग्रामीणों का कहना है कि इसकी जर्जर हालत से बाजार, ब्लॉक और तहसील तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दर्ज कराई गई, लेकिन पिछले वर्ष जिला पंचायत ने धनाभाव का हवाला देकर निर्माण से इंकार कर दिया। इस वर्ष भी कार्ययोजना में इसे शामिल नहीं किया गया।
जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे ने लोक निर्माण विभाग को सड़क निर्माण की अनुमति (अनापत्ति प्रमाण पत्र) देने की सहमति दी, लेकिन पीडब्ल्यूडी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि यह मार्ग उनके स्वामित्व में नहीं है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत या निर्माण के लिए जिम्मेदारी जिला पंचायत की है।
बीस वर्षों से यह सड़क नहीं बनी और विभागों के बीच जिम्मेदारी का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़े जाने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। लोगों का कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो बरसात में गड्ढों से हादसे और चोटिल होने की घटनाएं आम हो जाएंगी।
ग्रामीणों ने शासन और उच्च अधिकारियों से मांग की है कि विभागीय विवाद खत्म कर सड़क का तत्काल डामरीकरण कराया जाए, ताकि लोगों को आवागमन में राहत मिल सके।
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(Udaipur Kiran) कुमार
