
कोलकाता, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
दुर्गापूजा से ठीक पहले मौसम की मार ने कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई जिलों में त्योहार की तैयारियों पर असर डाल दिया है। गंगीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के ऊपर बने चक्रवात से सोमवार को नया निम्न दबाव बनने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि यह इस साल बंगाल की खाड़ी में बना आठवां निम्न दबाव होगा।
पिछले दो महीनों में हुई लगातार बारिश ने इस साल का नया रिकॉर्ड बनाया है। आंकड़ों के अनुसार, एक जून से 22 अगस्त तक कोलकाता में 1,135 मिलीमीटर और हावड़ा में 1,250 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। मौसम कार्यालय ने मछुआरों को शनिवार शाम तक समुद्र में न जाने की सख्त चेतावनी दी है। बंगाल और ओडिशा तट पर मछुआरों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
भाद्र मास में जहां हर साल उमस और पसीने की गर्मी लोगों को बेहाल करती थी, वहीं इस बार लगभग रोज ही आसमान काला होकर झमाझम बारिश ला रहा है। इससे दुर्गापूजा की तैयारियों पर असर पड़ा है। कुम्हारों को प्रतिमा बनाने में भारी कठिनाई झेलनी पड़ रही है, वहीं पंडाल निर्माण भी बाधित हो रहा है। आयोजक और शिल्पकार अब केवल यही सवाल पूछ रहे हैं— आखिर बारिश कब थमेगी?
शनिवार को कोलकाता में दिनभर आसमान अधिकतर मेघाच्छादित रहेगा। हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक की भी संभावना है। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
निम्न दबाव के असर से शनिवार को दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। बांकुड़ा, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, बीरभूम और दक्षिण 24 परगना में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, मुर्शिदाबाद, नदिया, पूर्व और पश्चिम बर्दवान, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में भी तेज बारिश हो सकती है।
उत्तर बंगाल में शनिवार को बिखरी हुई भारी बारिश की संभावना जताई गई है। गरज-चमक के साथ बारिश के दौरान हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
