Bihar

बिहार में एनडीए के 20 साल के शासनकाल को कांग्रेस ने बताया विनाशकाल

बिहार के एनडीए के 20 साल के शासन काल को काँग्रेस ने बताया विनाश काल

पटना, 9 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने अपने संबोधन में सभी आगत बारिश नेताओं का स्वागत किया और उन्होंने बिहार के राजग शासन के 20 साल को विनाश काल बताते हुए संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत की।

इस संवाददाता सम्मेलन को मुख्य रूप से राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एआईसीसी के महासचिव जयराम रमेश, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पश्चिम बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने संबोधित किया।

संबोधन में वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि बिहार में 20 सालों में भाजपा–जेडीयू राज ने संसाधनों की लूट की और नागरिकों को गरीबी की आग में झोंक दिया। बिहार के जाति सर्वे में यह बात सामने आई कि 94 लाख परिवारों की मासिक आमदनी 6000 रु. से कम है, अर्थात लगभग 5 करोड़ लोग 40 रु. रोज पर जिंदा हैं, और 81 लाख परिवार 10000 रु. माह से कम कमाते हैं, अर्थात 4 करोड़ लोग 67 रु. रोज पर जिंदा हैं। इसका परिणाम यह हुआ कि काम और शिक्षा न मिलने की वजह से बेतहाशा पलायन हुआ।

केंद्र सरकार के ई-श्रम पोर्टल पर लगभग 3 करोड़ रजिस्टर्ड बिहार के मज़दूर हैं जो दूसरे प्रांतों में काम कर रहे हैं, और उनमें से 94% ने बताया है कि उनका परिवार 10000 रु. प्रतिमाह से कम कमाता है। केंद्र सरकार ने लोकसभा में बताया है कि अभी रजिस्ट्रेशन बाकी है और अनुमानतः यह संख्या 3 करोड़ 45 लाख होगी।

इसके साथ ही नेताओं ने कहा कि बिहार में जीईआर 17.1% है, अर्थात 18 से 23 साल के नौजवान, जिनकी आबादी 1 करोड़ 36 लाख है, में से सिर्फ़ 22.23 लाख अंडरग्रेजुएट की पढ़ाई कर रहे हैं, क्योंकि बिहार में 1 लाख की आबादी पर सिर्फ़ 7 कॉलेज हैं, जबकि राष्ट्रीय औसत 30 कॉलेज प्रति लाख है। स्कूलों की ड्रॉपआउट रेट भी भारत में सबसे ज़्यादा बिहार में है, इसलिए छात्र पलायन कर रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बिहार के चप्पे-चप्पे को अपराधियों ने लहूलुहान कर दिया है, सुबह की सारी सुर्खियां खून से सनी होती हैं। बलात्कार, अपहरण, हत्या आम बात हो गई है। पिछले 6 माह में बिहार के 11 बड़े उद्योगपतियों को घर में घुसकर गोली मारी गई है। बिहार में हर रोज़ 8 हत्याएं, 28 महिलाओं के अपहरण, 136 जघन्य अपराध हो रहे हैं। भाजपा–नीतीश राज में कुल अपराध 323 प्रतिशत बढ़ गए हैं, महिलाओं के अपहरण 1097 प्रतिशत, हत्या के प्रयास 262 प्रतिशत, और जघन्य अपराध 206 प्रतिशत बढ़ गए हैं। बिहार में भाजपा–जेडीयू राज में 60 हज़ार से अधिक हत्याएँ हो चुकी हैं, और 5 लाख 50 हज़ार से अधिक जघन्य अपराध हुए हैं।

कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि बिहार में लूट की खुली छूट है। सत्ता में आते ही 1000 करोड़ का सृजन घोटाला किया गया। भाजपा–जेडीयू राज में 10 विभागों में 70 हज़ार करोड़ से अधिक के गबन की आशंका कैग ने जताई है। पोषण आहार घोटाला, मनरेगा घोटाला, नल-जल घोटाला, पीएम आवास घोटाला, स्मार्ट मीटर घोटाला, रिशु श्री टेंडर–ट्रांसफर–पोस्टिंग रैकेट — बिहार का हवा, पानी, ज़मीन, आसमान, पाताल सब बेच खाया गया। एक अधिकारी और उसकी पत्नी ने रात भर करोड़ों के नोट जलाए, और पूरे मोहल्ले की नालियां चोक हो गईं। एक मंत्री नकली दवाई घोटाले में राजस्थान की अदालत से सज़ा पा चुके हैं मगर पद पर हैं, एक मंत्री फर्जी डी लिट डिग्री धारी है।

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(Udaipur Kiran) / सुरभित दत्त

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