
मुंबई, 30 जुलाई, (Udaipur Kiran) । कांग्रेस ने पालघर जिला परिषद, वसई पंचायत समिति और स्थानीय निकाय चुनाव वसई तालुका के 29 गांवों के साथ कराने की मांग की है। इस मांग को लेकर बुधवार, 30 जुलाई 2025 को तहसीलदार कार्यालय में कांग्रेस नेता विजय पाटील के नेतृत्व में आंदोलन किया गया। इस दौरान तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस आंदोलन में वसई विरार जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओनिल आल्मेडा, ‘आप’ के जॉन परेरा, सामाजिक कार्यकर्ता पायस मच्चाडो, ग्राम पंचायत के वर्तमान और पूर्व पदाधिकारी व सदस्यों सहित 29 गांवों के सैकड़ों भूमिपुत्र उपस्थित थे। इस मौके पर ओनील आल्मेडा ने कहा कि वसई-विरार मनपा इन गांवों का इस्तेमाल डंपिंग ग्राउंड के तौर पर कर रही है और यहां अवैध निर्माण हो रहा है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि ये गांव पहले मनपा से बाहर किए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार ने फिर से इन्हें मनपा में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की है, जबकि गांवों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। आल्मेडा ने कहा कि मनपा ने इन 29 गांवों में विकास कार्य नहीं किए हैं। यहां अभी तक पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। एसटी बसें जो पहले लोकल ट्रेन से आखिरी लोकल तक चलती थीं, उसे बंद कर दिया गया है। स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं का मनपा में पहले ही बुरा हाल है, और अब इन गांवों का स्वास्थ्य भी खतरे में डाला जा रहा है। मनपा की ओर से केवल डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है। यानी कचरा फेंक कर हरी-भरी वसई की तबाही होगी। इन गांवों में अवैध रूप से मिट्टी भराव कर गैरकानूनी चालें बनाई जा रही हैं, जो किसी भी तरह से ठीक नहीं है।
(Udaipur Kiran) / कुमार
